आवाज की दुनिया में रचनात्मकता की अनंत संभावनाएं हैं : विनय उपाध्याय
इंदौर : उदघोषणा की गुणवत्ता का पैमाना सिर्फ़ अच्छी आवाज़ ही नही, भाषा, ज्ञान, विचार, स्मृति और संस्कार भी होते हैं। मंच की कसौटियों को पार करते हुए सारा आत्म विश्वास और कौशल इसी बुनियाद पर टिका होता है। जाने माने उदघोषक और कला समीक्षक विनय उपाध्याय ने यह विचार रविवार को एक कार्यशाला में साझा किए। पंचम निषाद और इन्दौर प्रेस क्लब द्वारा‘द पोडियम टीम’ भोपाल के सहयोग से ‘मंच यात्रा’ कार्यशाला का आयोजन’ इंदौर प्रेस क्लब सभागार में और पढ़े