Category Archives: खेल

बुझे हुए हुक्के गुड़गुड़ाए नहीं जाते

Last Updated:  Monday, October 19, 2020  7:15 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ बाबा आदम के जमाने की कहावत है कि बुझे हुए हुक्के गुड़गुड़ाए नहीं जाते। इसे चरितार्थ किया चेन्नई सुपर किंग्स ने। गुड- गुड की आवाज तो नहीं आई केवल धुआं ही निकलता रहा। क्रिकेट में तो जुमला ही है कि पकड़ो कैच, जीतो मैच लेकिन चेन्नई ने नई कहावत बना दी की छोड़ो कैच और हारो मैच।एक ही बंदे के यदि 4 कैच छोड़ोगे तो वह भरतनाट्यम नहीं सिर पर तांडव ही करेगा। शिखर धवन ने और पढ़े

हैंगओवर, वह भी सुपर से ऊपर

Last Updated:  Monday,   7:10 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ शनिवार की पार्टी का हैंगओवर रविवार तक बना रहता है और उसके बाद दिन बड़ी अल मस्ती से गुजरता है। यहां तो रविवार के रोमांच की मस्ती दिनभर उतरने का नाम नहीं ले रही है। दो पटियाला का सुरूर ऊपर से डबल सुपर ओवर का ट्रिपल हैंगओवर , अभी भी सिर भन्ना रहा है , कोई तो लेमन जूस की पूरी बोतल लाओ यार। देखने वालों का हाल है तो खेलने वाले किस दौर से गुजर और पढ़े

डिविलियर्स नहीं डिलिवर्स कहिए जनाब

Last Updated:  Monday,   7:03 pm

🔹 नरेंद्र भाले 🔹 मशहूर फोक गीत है राजस्थान का ‘रंगीलो मारो ढोलणा’ रे …..आयो रे …आयो रे …….लेकिन रॉयल ने वाकई रायता ढोलकर इसे रंगहीन बना दिया।जैसा कि अनुमान था पहली बार उद्घाटक बल्लेबाज के रूप में रॉबिन उथप्पा मैदान में उतरे और 7 चौके एवं 1 छक्के की मदद से 41 रन बना गए लेकिन दूसरे छोर पर जीरो बटे सन्नाटा रहा। फिंच (15) तथा संजू (9 ) सैमसन नहीं बन पाए।बंदा लगातार फेल होने का इमानदारी से और पढ़े

डार्क हॉर्स नहीं, खिताब की प्रबल दावेदार है दिल्ली कैपिटल

Last Updated:  Thursday, October 15, 2020  9:49 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ एक आकर्षक एवं लुभावने मिश्रण का नाम है दिल्ली कैपिटल। तरुणाई और अनुभव का ऐसा तालमेल जो लक्ष्य दे भी सकता है और हासिल भी कर सकता है। चतुर व्यापारी की तरह कमरन पूंजी में भरपूर लाभ कमाने में उस्ताद है।बेहद जानलेवा आगाज किया जोफ्रा आर्चर ने। मैच की पहली ही गेंद लगभग 150 किलोमीटर की रफ्तार से पृथ्वी शॉ के स्टंप ले उड़ी। आर्चर को अनुभवी अजिंक्य राहणे भी समझ नहीं पाए तथा अपना विकेट और पढ़े

राख के ढेर में शोला भी है, चिंगारी भी

Last Updated:  Thursday,   9:46 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ प्रयोग एक ऐसी बला है जो सफल हो जाए तो साहसिक कदम होता है और फंस जाए तो अनावश्यक। धोनी ने हैदराबाद के साथ यही किया। सफल जोड़ी तोड़कर उन्होंने वाटसन की जगह डुप्लेसिस के साथ सैम करेन को उतारा। इस स्पर्धा में 300 रन धारी डुप्लेसिस खाता भी नहीं खोल पाए जबकि करेन ने तीन चौके तथा दो छक्कों के साथ मात्र 20 गेंदों में 31 रन ठोंक दिए।डुप्लेसिस को पारी की पहली गेंद पर और पढ़े

वो तिफ्ल क्या गिरे, जो घुटनों के बल चलें…

Last Updated:  Tuesday, October 13, 2020  11:54 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ “गिरते हैं शाह सवार मैदान-ए-जंग में ,वो तिफ्ल (बच्चे) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले।” यह शेर कोलकाता का मानमर्दन दर्शाने के लिए पर्याप्त है। बालक चक्रवर्ती और नागरकोटी के सामने 33.48 रन प्रति ओवर का बेहद आसान लक्ष्य था। नन्हे चक्रवर्ती ने इसके पूर्व खेले हुए 7 मैचों में मात्र 1 रन बनाया था। क्या करते बेचारे, लक्ष्य हासिल करने से चूक गए। दूसरी तरफ युवा बेनटेन , नितीश राणा ,ईओन मोरगन , कप्तान और पढ़े

.लुभा गया बल्ले पर गेंद का हावी होना

Last Updated:  Tuesday,   3:50 am

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ मैच में यदि रन कम बने तो निश्चित ही बल्ला छोटा और गेंद बड़ी हो जाती है। फिंच(2) ,डिविलियर्स (0), वाशिंगटन सुंदर बेहद सस्ते में चले गए। सारा दारोमदार विराट कोहली तथा देवदत्त पर आ गया। मैच दर मैच देवदत्त मझंते जा रहे हैं और अपने विकेट के मूल्य को अच्छे से समझते भी है। उन्होंने नुकसान को बड़ी नजाकत से रफू करते हुए एक छोर से विराट को जता दिया की चिंता की कोई बात और पढ़े

नाजुक मौके पर की गई गलती गुनाह है

Last Updated:  Tuesday,   3:40 am

🔹 नरेंद्र भाले 🔹 शीर्ष दो स्थानों पर चल रही टीमें आमने-सामने थी और उम्मीद थी कि जोरदार मुकाबला देखने को मिलेगा लेकिन जोर से ज्यादा संघर्ष ही नजर आया। वैसे भी इस विधा में नोबॉल, वाइड या फिर कैच छोड़ना गुनाह की श्रेणी में आता है और लचर क्षेत्ररक्षण भी भारी पड़ जाता है। मुंबई ने टीम में कोई परिवर्तन नहीं किया लेकिन दिल्ली ने घायल पंत एवं हेटमायर की जगह अनुभवी अजिंक्य राहणे एवं एलेक्स केरी को खिलाया। और पढ़े

एक इंच से अखर गया ‘राजा का रंक होना’

Last Updated:  Sunday, October 11, 2020  9:55 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ राजा और रंक में केवल इतना ही फर्क है जितना केकेआर और किंग्स इलेवन में। ऐसा लग रहा है कि कुछ भी हो जाए हम तो अंक तालिका में नीचे से ही अव्वल आएंगे। ऐसे मिजाज वालों को ही किंग्स कहते हैं।ऑरेंज कैप की दौड़ के प्रबल दावेदार मयंक अग्रवाल (56) तथा के एल राहुल (74) ने पहले विकेट की साझेदारी में मजबूत 115 रन जोड़ दिए। राहुल का मात्र 2 रन पर रसैल ने कैच और पढ़े

जन्मपत्री पर हेटमायर का जूता..!

Last Updated:  Saturday, October 10, 2020  7:11 pm

🔹 नरेंद्र भाले 🔹 शारजाह में पहली बार बल्ला शरमा गया और गेंद ने उसके लाबे ले लिए। आश्चर्यजनक रूप से पहली बार इस मैदान पर पहले खेलते हुए 200 नहीं बने और जो बने वहां तक भी राजस्थान के रंगीले पहुंचने में बुरी तरह नाकाम रहे।धवन ही नहीं पंत का भी आगाज में ही अंत हो जाना अखर गया। अच्छा भला खेल रहे श्रेयस अय्यर का खुद की ही बेवकूफी से रन आउट हो जाना। इस माहौल में स्टोइनिस और पढ़े