007 लाइसेंस टू लव…
♦️ नरेंद्र भाले ♦️ जब हमें फिल्मों की समझ आई तो एक ही नाम हथोड़े के मानिंद जेहन पर दस्तक दे रहा था माय नेम इज बॉन्ड ….जेम्स बॉन्ड……. ‘लाइसेंस टू लव एंड लाइसेंस टू किल।’ एक तो फिल्म ऊपर से अंग्रेजी, उस जमाने में लगभग नामुमकिन। इंदौर में एक ही सिनेमाघर था स्टारलिट् जिसमें लगने वाली अंग्रेजी फिल्में बरबस आकर्षित करती थी। मूंगफली के उस दौर में टिकट बेहद महंगा था। लेकिन उस दौर में उस थिएटर में फिल्म और पढ़े