नौकरीपेशा वर्ग के लिए बजट निराशाजनक।
प्रबुद्धजनों ने दी प्रतिक्रिया।
केंद्र की मोदी सरकार के संसद में पेश किए गए अंतरिम बजट को लेकर वित्तीय विशेषज्ञों, प्रबुद्धजनों, पत्रकारों सहित कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं।
शिवराज की योजना केंद्र ने अपनाई।
वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी ने अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट केवल 4 महीने का ही है इसलिए इसमें बहुत ज्यादा बड़े फैसलों की उम्मीद नहीं की जा सकती थी, लेकिन जिस तरह के वादे इस बजट में किए गए हैं वे सुखद हैं। इनकम टैक्स में कोई बदलाव नहीं किया गया। कई योजनाएं ऐसी हैं जिसकी कामयाबी के बाद भारत में दीर्घकालिक परिवर्तन देखा जा सकेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किए जाने वाले काम हों या स्वास्थ्य के क्षेत्र में। रेलवे के तीन नए कॉरिडोर बनाने की घोषणा की गई है जो एनर्जी और सीमेंट कॉरिडोर, पोर्ट कनेक्टिविटी कॉरिडोर और हाई ट्रैफिक डेंसिटी कॉरिडोर के नाम पर बनाए जाएंगे। इससे भारत के रेलवे नेटवर्क में जबरदस्त बदलाव होगा। शिवराज सिंह चौहान की लखपति बहना योजना की तरह ही लखपति दीदी का दायरा बढ़ाने की बात कही गई है। इससे लगता है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने जो फैसले किए थे, वे अभी भी केंद्र सरकार की निगाहों में हैं।
नौकरी पेशा वर्ग के लिए निराशाजनक।
वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा ने अंतरिम बजट को निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह अंतरिम बजट टैक्स चुकानेवाले और नौकरीपे़शा वर्ग के लिए तो निराशाजनक है ही, यह भी आश्चर्यजनक है कि ठीक बजट घोषणा से पहले चार पहिया वाहनों के दाम से लेकर व्यावसायिक उपयोग वाले गैस सिलेंडरों के दाम में वृद्धि कर दी गई। स्टार्टअप, महिलाओं, किसानों पर फोकस से साफ झलकता है कि सरकार ने लोकसभा चुनाव में इस वोट बैंक को लुभाने की कोशिश की है