नई दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को विशेष अदालत ने 5 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया है। मिशेल को मंगलवार रात दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था। सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के बाद बुधवार को उसे विशेष अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी पर अदालत ने 5 दिन की ही रिमांड स्वीकृत की।
मिशेल वो बिचौलिया है जिसने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे को अंजाम तक पहुंचाने में मुख्य भूमिका निभाई थी। सीबीआई उससे पूछताछ कर ये उगलवाने का प्रयास करेगी कि कमीशन के बतौर उसे कितनी रकम मिली और रिश्वत के रूप में किस- किस को कितना हिस्सा दिया गया।
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला
2010 में वायुसेना के लिए 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने हेतु तत्कालीन यूपीए( मनमोहन सिंह) सरकार ने एंग्लो- इतालवी कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ करार किया था। ये सौदा 3600 करोड़ का था।
ये मामला बिचौलियों की भूमिका उजागर होने के बाद सुर्खियों में आया। तबतक भारत सरकार 30 फीसदी भुगतान भी कर चुकी थी और तीन अन्य हेलीकॉप्टर के भुगतान की प्रक्रिया चल रही थी।
जनवरी 2014 में भारत सरकार ने सौदा रद्द कर दिया। आरोप ये था कि इस सौदे में करीब 360 करोड़ रुपए कमीशन के बतौर दिए गए।
ये मामला इटली की अदालत में भी चला जहाँ ये उजागर हुआ कि हेलीकॉप्टर सौदे के एवज में भारतीय अधिकारियों को 100 से 125 करोड़ की रिश्वत दी गई थी, इनमें एक नाम पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी का भी का भी था।
सौदे में भ्रष्टाचार को लेकर अगस्ता की मालिकाना कंपनी फिनमेकानिका के पूर्व प्रमुख गोसेप ओरसी को साढ़े चार साल की सजा सुनाई गई थी। अगस्ता के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पागनोलिनी को भी 4 साल की सजा सुनाई गई थी।
इस मामले में रिश्वतखोरी को लेकर सोनिया गांधी पर भी आरोप लगाए गए थे।