बाजीराव पेशवा पर लिखी पुस्तक के विमोचन समारोह में बोले अतिथिगण।
इंदौर : हमारा इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। इस गौरवमय इतिहास से नई पीढ़ी को अवगत कराना आवश्यक है। लेखकों को चाहिए कि वह इतिहास पर और अधिक शोध व लेखन करें ताकि अनेक महापुरुषों को लेकर पुराने समय से जो भ्रांतियां चली आ रही हैं वह दूर हों और सच्चाई लोगों के सामने आए।
ये विचार पुस्तक ‘स्वयंसिद्ध श्रीमंत बाजीराव पेशवा हिन्दवी स्वराज विस्तारक’ के विमोचन अवसर पर अतिथियों ने व्यक्त किए। सर्वोत्तम प्रकाशन इंदौर द्वारा प्रकाशित एवं चंद्रकांत भालेराव द्वारा लिखित इस पुस्तक का विमोचन समारोह सोमवार को श्रीमध्य भारत हिन्दी साहित्य समिति के सभागृह में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मप्र राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज श्रीवास्तव थे। मप्र हिंदी साहित्य अकादमी के निदेशक डाॅ. विकास दवे विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहे। श्री क्षेत्र बांगर के पीठाधीश्वर श्रीपाद अवधूत स्वामी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विमोचन के बाद पुस्तक पर चर्चा बाल मासिक पत्रिका देवपुत्र के संपादक गोपाल माहेश्वरी ने की। मुख्य अतिथि राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज श्रीवास्तव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि बाजीराव पेशवा प्रथम एक अद्वितीय योद्धा थे। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 07 योद्धाओं में उनकी गणना की जाती है। बाजीराव पेशवा ने हिंदवी स्वराज्य का विस्तार पूरे देश में किया।वे अजेय योद्धा थे। मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि बाजीराव पेशवा का कनेक्शन भोपाल से भी रहा है। विशेष अतिथि मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने कहा कि बाजीराव पेशवा जैसे वीरों की गाथाएं बचपन से ही बच्चों को बताई और पढ़ाई जाना चाहिए।वे ऐसे अजेय योद्धा थे,जिन्होने कोई युद्ध नहीं हारा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बांगर पीठाधीश्वर श्रीपाद अवधूत स्वामी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद बाजीराव पेशवा ने ही हिंदवी स्वराज्य का विस्तार किया। पेशवाओं के कार्यकाल में हिंदवी स्वराज्य का डंका अफगानिस्तान के अटक से लेकर कटक (उड़ीसा) तक बजता था।कार्यक्रम का संचालन मुकेश तिवारी ने किया। आभार मराठी अकादमी के पूर्व निदेशक अश्विन खरे ने माना। इस मौके पर साहित्य, संस्कृति, पत्रकारिता जगत के अनेक प्रमुख लोग और बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।