अपने काम का आकलन करें और आगामी समय की प्लानिंग करें : महापौर

  
Last Updated:  December 14, 2024 " 11:35 pm"

पार्षद हर 15 दिन में अपने वार्ड की कॉलोनी के रहवासी संघों के साथ करें बैठक- महापौर।

पार्षदों के साथ स्वच्छता पर अभ्यास वर्ग संपन्न।

स्वच्छता के साथ क्लाइमेंट चेंज, विकास कार्यो पर भी हुई चर्चा।

इंदौर : आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के साथ ही इंदौर क्लाइमेंट मिशन और विकास कार्यो को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पूर्व सांसद एवं महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, निगमआयुक्त शिवम वर्मा, सभापति मुन्ना लाल यादव की उपस्थिति में पार्षदो के साथ बिचौली हप्सी स्थित सिटी फॉरेस्ट में अभ्यास वर्ग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महापौर परिषद के सदस्य, पार्षदगण व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सचेतक कमल वाघेला ने किया। आभार स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ला ने माना। इस अवसर पर स्वच्छ मिशन के अमित दुबे द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से गोल्डन क्लब सिटीज एवं स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वेक्षण के संबंध में जानकारी दी गई।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अभ्यास वर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि पार्षदों के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण में भागीदारी को दृष्टिगत रखते हुए यह प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया है।हमने पिछली बार स्वच्छ वार्ड स्पर्धा और श्रेष्ठ पार्षद प्रतियोगिता आयोजित की थी। इस बार मेरे दो आग्रह हैं, एक पिछले दो सालों में हमने जो काम किया है उसका एक बार फिर से हम अवलोकन करें। अपने-अपने वार्ड के लिए जो आपने संकल्पना की है उसमें आप कितने आगे बढ़े उसका एक आकलन करें और बचे हुए काम को आने वाले शेष कार्यकाल में हम कैसे पूरा करें इसकी कार्य योजना बनाएं।

महापौर भार्गव ने कहा कि जब हमारी परिषद का गठन हुआ था, उस समय हमारे सामने बहुत चुनौतियां थी, उन चुनौतियों के साथ हम सब अपने काम का आकलन कर कर आगे बढ़ें। पहले ठेकेदारों का 800 करोड रुपए का कर्ज हमको चुकाना था, जिसे हमनें वर्तमान में आधा कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने जो अपना 5 साल का रोड मैप बनाया है वह 2050 के इंदौर की आधारशिला रखेगा। शहर में 21 मास्टर प्लान की सड़कें एक साथ बनेगी, उसका टेंडर खुल गया, एजेंसी तय हो गई। इसी के साथ 20 और मास्टर प्लान की सड़कें बन जाएं, इसका प्रस्ताव हमने पिछली एमआयसी में भेज दिया। स्वच्छता में नवाचार करने के लिए ग्रीन वेस्ट से खाद बनाने का प्रोसेसिंग प्लांट हमने मंजूर कर दिया। इसी के साथ आगामी 2030- 35 तक पृथ्वी का टेंपरेचर 1.5 डिग्री से बढ़ने वाला है और जब वह 1.5 डिग्री से बढ़ जाएगा तो उसको वापस कम करना संभव नहीं है। अत: हमारे पास जो भी समय है, उसमें तापमान को बढ़ने से रोकना है। इसके लिए हम सबको इंदौर क्लाइमेट मिशन के तहत मिलकर काम करना होगा।

पूर्व सांसद एवं पूर्व महापौर श्री कृष्ण मुरारी मोघे ने कहा कि इंदौर के बारे में लोगों की अपेक्षा क्या है और लोग सोचते क्या हैं, इस बारे में मेरा जब कार्यकाल समाप्त हो रहा था तो एक सर्वे करने के लिए जापानी कंपनी आई थी। पूरा सर्वे करने के बाद यहां पर उद्योग उन्होने उद्योग स्थापित करने का मन बनाया था। वे जब मुझसे मिलने आए तो मैंने उनसे सीधा प्रश्न किया कि आप इंदौर में उद्योग लगाना क्यों चाहते हैं, उन्होंने इसके चार कारण बताएं कि इंदौर ऐसा शहर है कि जहां पर आज हम कहीं पर भी उद्योग स्थापित करने जाएं तो मुंबई, नोएडा, बेंगलुरु, पुणे की तुलना में जमीन की लागत बहुत कम है। मध्य प्रदेश ही ऐसा राज्य है जहां उद्योगों के लिए 24 घंटे बिजली उपलब्ध है, यहां ला एंड ऑर्डर की स्थिति अच्छी है इसलिए इंदौर एवं मध्य प्रदेश में उद्योगों की स्थापना करना बहुत अच्छा है।उन्होंने कहा कि महापौर भार्गव द्वारा पार्षदों के साथ अभ्यास वर्ग रखा गया है, यह बहुत ही अच्छा काम है क्योंकि जब हम बैठते हैं और विचार विमर्श करते हैं तो उसका अच्छा प्रतिफल मिलता है।

एक साल मे 10 हजार किलो कचरा उत्सर्जन करते हैं।

क्लाइमेट मिशन के चेतन सिंह सोलंकी ने कहा कि इंदौर स्वच्छता का सिरमौर है लेकिन इसके साथ कुछ नया भी करना चाहिए। इसलिए महापौर से जब हमारी चर्चा हुई कि इंदौर नंबर वन है और हमने बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन दूसरा वह कचरा है जो दिखता नहीं है, जो ज्यादा खतरनाक है, हम उसे उठा नहीं सकते हैं, आश्चर्य होगा कि जाने अनजाने हम लोग एक साल में एक परिवार से कम से कम 10,000 किलोग्राम कचरा उत्सर्जन करते हैं, उत्सर्जन के दौरान निकलने वाली गैस खतरनाक इसलिए है क्योंकि एक तो हवा में गई तो उसको पकड़ नहीं सकते दूसरे इसकी जो औसत आयु 300 साल होती है।

मानवता से जुड़ा है इंदौर क्लाइमेट मिशन।

प्रोफेसर सोलंकी ने कहा कि ऊर्जा उत्सर्जन को कम करने के लिए हम सभी को अपने घरों की बिजली को 20% काम करने का संकल्प लेना होगा, समस्त जनप्रतिनिधि अपने-अपने वार्डों में घर घर जाकर नागरिकों को इंदौर क्लाइमेट मिशन के बारे में जानकारी दें और चौपाल लगाकर लोगों से इस पर चर्चा करें। नागरिकों की अधिक से अधिक सहभागिता के लिए स्वच्छता अभियान की तरह ही ऊर्जा उत्सर्जन की प्रतियोगिता का आयोजन करें जिसमें जो सबसे ज्यादा बिजली बचाएगा उसे सम्मानित किया जाए, ऊर्जा के क्षेत्र में हम सब आत्मनिर्भर बने और अपने व्यवहार में भी ऊर्जा बचत के लिए कम करें, उन्होंने कहा कि इंदौर क्लाइमेट मिशन मानवता का मिशन है।

गोल्डन क्लब सिटी स्पर्धा में शामिल होनेवाला इंदौर पहला शहर।

निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण के साथ ही देश में आयोजित होने वाली गोल्डन क्लब सिटी प्रतियोगिता के बारे में बताते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता में देश की वाटर प्लस सिटी और सेवन स्टार सिटी सम्मिलित होगी। इंदौर पहला शहर है जो इस प्रतियोगिता में सम्मिलित हुआ है। इन शहरों के लिए अलग से टूल किट जारी की जाएगी, साथी गोल्डन क्लब सिटीज प्रतियोगिता में जो मापदंड तैयार किए गए हैं वह नगर निगम इंदौर के स्वच्छता मॉडल से प्रेरित होकर किए गए हैं या हम सबके लिए गर्व की बात है।

स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग प्रतियोगिता के तहत वार्ड रैंकिंग और पार्षद रैंकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है, इसके लिए पार्षदों के साथ अभ्यास सत्र आयोजित किया गया। इसमें इंदौर क्लाइमेट मिशन पर भी सहभागिता के लिए आवश्यक जानकारी दी गई।

स्वच्छ इंदौर वार्ड रैंकिंग 2024

स्वच्छ वार्ड रैंकिंग पहल, इंदौर के महापौर और निगम आयुक्त के नेतृत्व में, वार्डों के बीच स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य स्वच्छता को निरंतर बनाए रखना और सभी नागरिकों को स्वच्छता मिशन में शामिल करना है।

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