इंदौर : रेड सिग्नल का उल्लंघन करते हुए लापरवाहीपूर्वक तरीके से वाहन चलाकर आम जनमानस का जीवन संकट में डालना अब महंगा पड़ सकता है। डीसीपी ट्रैफिक महेशचंद्र जैन के निर्देशानुसार रेड सिग्नल उल्लंघन के चालान सम्बन्धित वाहन चालकों के घर पहुंचाएं जा रहे हैं।जो वाहन चालक चालान की राशि नहीं भरेंगे, उनके वाहन जब्त कर कोर्ट में चालान पेश किया जाएगा।
घर- घर पहुंचाएं चालान।
वाहनों के 438 ई- चालान तैयार हुए थे, जिन्हें यातायात प्रबंधन अधिकारियों को तामिली हेतु दिया गया था। उन्होंने घर-घर जाकर उन ई- चालानों को तामील करवाना शुरू कर दिया है | बुधवार को 4 टीमों द्वारा लगभग 60 घरों पर न केवल नोटिस तामील कराए गए, बल्कि समन शुल्क की राशि भी वसूल की गई | ई- चालान की तामिली के लिए गुरुवार से 8 टीमें लगाई जा रही हैं जो वाहनों के रजिस्टर्ड पते पर जाकर ई- चालान तामील कराएगी और समन शुल्क की वसूली करेगी । जो वाहन दिए गए पतों पर उपलब्ध नहीं होंगे, उन वाहनों के नंबर यातायात के अधिकारियों व जवानों के मोबाइल पर उपलब्ध कराए जाएंगे, जो वाहन जहां मिलेगा उसको वहां से पकड़ कर ई- चालान तामील करवाया जाएगा और समन शुल्क वसूला जाएगा | ई- चालानों का भुगतान नहीं करने पर वाहनों को जब्त कर न्यायालय के समक्ष, चालान प्रस्तुत किया जाएगा।
ई- चालान नहीं भरा तो नहीं होगा वाहन का पंजीयन, नवीनीकरण और स्थानांतरण।
इस दिशा में एक कदम और आगे बढाते हुए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से भी अनुरोध किया गया है कि कोई भी वाहन जिसका रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण अथवा ट्रांसफर के लिए आपके पास आता है, तो उसका नवीनीकरण या ट्रांसफर करने के पहले यातायात प्रबंधन पुलिस, महानगर इंदौर से उसकी एनओसी अवश्य प्राप्त करें, ताकि ऐसे वाहन जिनके विरुद्ध पर्याप्त संख्या में यातायात नियमों के उल्लंघन के चालान लंबित है , एवं वाहन चालको/ मालिकों द्वारा वाहनों को बेचकर ई- चालान का भुगतान करने से बचने का प्रयास किया जाता हैं, ऐसे गैर जिम्मेदार तरीके से रेड सिग्नल का उल्लंघन कर वाहन चलाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लग सकेगा।