वाशिंगटन : अमेरिकी संसद ने 15 घंटे चली लंबी बहस के बाद जो बाइडन की जीत पर अपनी मुहर लगा दी है। उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने बाइडन को मिले इलेक्टोरल कॉलेज वोटों के आधार पर उनकी जीत की औपचारिक घोषणा कर दी।ट्रम्प समर्थकों ने संसद परिसर में घुसकर हंगामा मचाते हुए बाइडन को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए संसद की प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश की, लेकिन उनकी हिंसा किसी काम नहीं आई। संसद के फैसले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 जनवरी को सत्ता हस्तांतरण की बात कही है।हालांकि चुनाव के नतीजों से पूरीतरह असहमत होने की बात उन्होंने फिर से दोहराई।
सुरक्षाकर्मियों से झड़प में 4 प्रदर्शनकारी मारे गए।
मिली जानकारी के मुताबिक अमरीकी संसद में नए राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम पर मुहर लगाने के लिए संवैधानिक प्रक्रिया चल रही थी, उसी दौरान निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक संसद भवन में घुस गए और हंगामा शुरू कर दिया। इससे संवैधानिक प्रक्रिया बाधित हुई। सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में 4 प्रदर्शनकारी मारे गए। वाशिगटन में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया। करीब 4 घंटे में हालात पर काबू पाया जा सका। इस बीच ट्रम्प ने भी समर्थकों से घर लौट जाने की अपील की थी।
रिपब्लिकन पार्टी की आपत्तियां खारिज।
हिंसा पर काबू पाने और ट्रम्प समर्थकों को खदेड़ने के बाद अमरीकी संसद में पुनः नए राष्ट्रपति जो बाइडन के नाम पर मुहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों ने बाइडन की जीत को लेकर कई आपत्तियां दर्ज कराई लेकिन उन्हें खारिज कर दिया गया। अंततः जो बाइडन को नए राष्ट्रपति के बतौर निर्वाचित घोषित कर दिया गया। वे और उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए कमला हैरिस 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करेंगे।