इंदौर : निराशा, नाउम्मीदी और अवसाद से घिरे लोगों की जिंदगी में उम्मीद, उमंग और उल्लास के रंग भरने से अच्छी बात भला क्या हो सकती है।इंदौर की अर्चना शर्मा ऐसी ही एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो देश- विदेश के लोगों के जीवन में खुशहाली लौटाने में जुटी रहती हैं। वर्ल्ड हैप्पीनेस डे के उपलक्ष्य में वर्ल्ड हैप्पीनेस फाउंडेशन, यू.एस. ने यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी ऑफ़ पीस के सहयोग से अर्चना शर्मा को उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए वर्ल्ड हैप्पीनेस अवार्ड से सम्मानित किया। यह पुरस्कार मानसिक स्वास्थ्य और हैप्पीनेस में उल्लेखनीय काम करने के लिए दिया जाता है।
एक माह में दूसरा अंतरराष्ट्रीय अवार्ड।
पिछले एक महीने में अर्चना शर्मा को ये दूसरा अंतरराष्ट्रीय अवार्ड मिला है। इससे पहले उन्हें वुमन एम्पॉवरमेन्ट के लिए यूनाइटेड नेशंस की इकाई रिपब्लिक ऑफ़ वुमन की ओर से भी अवार्ड मिल चुका है।
वर्ल्ड हैप्पीनेस फाउंडेशन की बोर्ड मेंबर ज़ाहरा करसन से मिली जानकारी के अनुसार, ये सम्मान(अवार्ड) विभिन्न देशों के 7 लोगों को दिया गया है, जिनमें से 2 भारत के हैं। अन्य देशों में यूएसए, फ्रांस,जमैका, वेनेज़ुएला, और चिली शामिल हैं।
मध्य प्रदेश से अर्चना शर्मा एकमात्र शख्सियत हैं जिन्हें इस विशेष सम्मान से नवाजा गया है।
ऑनलाइन दिया गया सम्मान।
अर्चना शर्मा को ये विशेष सम्मान 20 मार्च की रात 2:30 बजे वैश्विक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में एक ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में प्रदान किया गया।
लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को खुशनुमा बनाती हैं अर्चना।
थॉट टेक्नोलॉजिस्ट® अर्चना एक सामाजिक उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आर्ट ऑफ थिंकिंग सिखाती हैं। अपनी कोचिंग और सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से 1 मिलियन लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के मिशन पर वे काम कर रही हैं।
भारत के साथ वे अमेरिका, इटली, कतर, अफगानिस्तान, भूटान, फिलीपींस, नेपाल आदि देशों में अवसाद और चिंता में घिरे लोगों की ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से मदद करती हैं।
अर्चना को हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर इंदौर प्रेस क्लब द्वारा भी सम्मानित किया गया था। उन्हें 2019 में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार ‘वुमन इन बिजनेस’ से भी सम्मानित किया गया था।
अफगानी महिला की करवाई ओपन हार्ट सर्जरी।
अर्चना शर्मा ने कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन काउन्सलिंग के जरिए काफी लोगों की मदद की।
हाल ही में एक अफगानी महिला की इंदौर में ओपन हार्ट सर्जरी कराने में भी उन्होंने मुख्य भूमिका अदा की। उस महिला को इंदौर के सांसद शंकर लालवानी और डॉक्टर्स की टीम की मदद से हंसी ख़ुशी वापस अफ़ग़ानिस्तान रवाना किया।
हैप्पीनेस अभियान भी चलाती हैं अर्चना।
अर्चना, भारत में अपने रौशिया ब्लिस नामक सोशल क्लब के माध्यम से हैप्पीनेस फैलाने के लिए विभिन्न सामाजिक अभियान चलाती हैं। इन अभियानों में हैप्पीनेस फेरी (करुणा और खुशी फैलाने के लिए दिन में कई अस्पतालों में जाना), यूथ ऑक्सीजन (कॉलेज के युवाओं के लिए सकारात्मक वार्ता की एक समर्पित श्रृंखला), बाइक रैली (सड़कों के बीच सामाजिक संदेश फैलाना), हीलिंग टॉक्स (वृद्धाश्रम, अनाथालय, गैर सरकारी संगठन, जेल आदि) और कोच-ए-डिप्रेस्ड (ऑनलाइन और ऑफलाइन काउंसलिंग के माध्यम से अवसाद में युवाओं की मदद) शामिल है।