टोक्यो : पैरा ओलिम्पिक में अवनि लेखरा ने भारत को पहला गोल्ड दिलाया। राजस्थान के जयपुर की रहने वाली अवनि पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट हैं। उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल जीता। इससे पहले उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 7वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।
एक्सीडेंट में दोनों पैर हो गए थे बेकार।
अवनि बचपन से ही दिव्यांग नहीं थीं। उनका और उनके पिता प्रवीण लेखरा का 2012 में जयपुर से धौलपुर जाने के दौरान एक्सीडेंट हो गया था। इसमें दोनों घायल हो गए थे। कुछ समय बाद उनके पिता स्वस्थ हो गए, परंतु अवनि को 3 महीने अस्पताल में बिताने पड़े, फिर भी रीढ़ की हड्डी में चोट की वजह से वह खड़े और चलने में असमर्थ हो गईं। तब से वह व्हीलचेयर पर ही हैं।
चक्का और भाला फेंक में भारत को रजत व कांस्य।
पुरुषों के F56 कैटेगरी में योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मैडल जीता। वहीं भाला फेंक में भारत को 2 पदक मिले। देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर और सुंदर गुर्जर ने ब्रॉन्ज मैडल जीता।
भाविनाबेन, निषाद और विनोद ने भी पदक जीते।
इससे पहले भाविना बेन पटेल ने वीमेंस टेबल टेनिस की क्लास-4 कैटेगरी में सिल्वर जीता। वहीं मेंस T47 हाई जंप में निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की जंप के साथ एक और सिल्वर भारत के नाम कर दिया। जबकि डिस्कस थ्रो में विनोद कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। हालांकि विनोद कुमार के रिजल्ट को बाद में क्वालिफिकेशन विवाद की वजह से रोक दिया गया।
भारत को अब तक 7 मैडल ।
भारत ने पैरालिंपिक में अब तक 1 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज समेत 7 मैडल अपने नाम किए हैं। यह भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालिंपिक बन गया है। इससे पहले 2016 रियो ओलिंपिक और 1984 ओलिंपिक में भारत ने 4-4 मेडल जीते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी एथलीट्स को बधाई दी है।