टीपीएस, फ्लाईओवर्स, आईएसबीटी, मास्टर प्लान की सड़कों के लिए किया गया बड़ी राशि का प्रावधान।
स्टार्टअप, कन्वेंशन सेंटर, ऑडिटोरियम, अंतरराष्ट्रीय स्वीमिंग पुल, सीएम राइज स्कूलों के लिए भी रखी गई राशि।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनेगा आवासीय कॉम्प्लेक्स।
इंदौर : आईडीए का वर्ष 20023 -24 का बजट शुक्रवार को संचालक मंडल की बैठक में पारित किया गया।चुनावी वर्ष को देखते हुए 6005 करोड़ के इस बजट में शहर और जनहित से जुड़ी कई योजनाओं को प्राथमिकता दी गई है।बीते वर्ष के मुकाबले यह करीब छह गुना बड़े आकार बजट है।
बजट पेश किए जाने के दौरान अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने सभी को साधने की कोशिश की।
बीजेपी से नाराज चल रहे सत्यनारायण सत्तन सहित मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव,नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, विधायक रमेश मेंदोला,आईडीए उपाध्यक्ष गोलू शुक्ला, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, एमआईसी सदस्य, शहर के हित की आवाज उठाने वाली इंदौर उत्थान अभियान व अभ्यास मंडल जैसी सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी उन्होंने आमंत्रित किया और उनसे सुझाव लिए।
बजट में ये किए गए हैं प्रावधान ;-
6005 करोड़ के इस बजट में 3081.25 करोड़ रुपए के व्यय के प्रावधान किए गए हैं। बजट में व्यय पर आय का आधिक्य 2923.75 करोड़ रुपए दर्शाया गया है। बीते वर्ष की शेष राशि को शामिल करते हुए यह सरप्लस राशि मार्च 2024 में 3432.13 करोड़ अनुमानित की गई है।
सुपर कॉरिडोर पर 8.204 हेक्टेयर भूमि पर स्टार्टअप पार्क के फेज वन के निर्माण हेतु 200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
खेल व मनोरंजन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में 46.50 करोड़ का प्रावधान किया गया है।इसके तहत सुपर कॉरिडोर पर योजना क्रमांक 172 में 17 हेक्टेयर भूमि पर 10 हजार बैठक क्षमता वाले कन्वेशन सेंटर के निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपए रखे गए हैं। राजेंद्रनगर में योजना क्रमांक 97 पार्ट 4 में निर्माणाधीन ऑडिटोरियम की बैठक व्यवस्था, आंतरिक साज सज्जा, लाइट, साउंड, एयर कंडीशनिंग आदि के लिए 13 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसीतरह योजना क्रमांक 94 सेक्टर एफ में पिपल्याहाना चौराहा के समीप आकार ले रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग पुल के बचे हुए कार्य के लिए 13.50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
सुपर कॉरिडोर पर 8.68 हेक्टेयर भूमि पर आईएसबीटी का निर्माण कार्य जारी है। इसके लिए इस वर्ष के बजट में 45 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
नायता मुंडला में भी 3 हेक्टेयर भूमि पर आईएसबीटी का निर्माण जारी है। इसके शेष रहे कार्य हेतु आईडीए के इस वर्ष के बजट में ढाई करोड़ रुपए रखे गए हैं।
प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना के तहत टीपीएस -3 में ट्रांसपोर्ट पार्क के लिए 6.50 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है। यहां एक हजार ट्रकों की पार्किंग और ड्राइवर, क्लीनरों के लिए सुविधाघर का निर्माण किया जाएगा।
योजना क्रमांक 134 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए आवासीय कॉम्प्लेक्स के निर्माण हेतु 10.50 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
नगर विकास योजनाएं (टीपीएस) के लिए आईडीए के इस वर्ष के बजट में कुल 1034 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इनमें टीपीएस 01के लिए 59 करोड़, टीपीएस 03 के लिए 160.35 करोड़, टीपीएस 04 के लिए 30 करोड़, टीपीएस 05 के लिए 150 करोड़, टीपीएस 08 के लिए 333.78 करोड़, टीपीएस 09 के लिए 150 करोड़ और टीपीएस 10 के लिए भी 150 करोड़ रुपए रखे गए हैं। इसके अलावा टीपीएस 04 के तहत विभिन्न आय वर्ग के भूखंडों के विकास के लिए एक करोड़ का प्रावधान है।
शहर में बढ़ती यातायात की समस्या को ध्यान में रखते हुए विभिन्न चौराहों पर फ्लाईओवर के निर्माण हेतु आईडीए के बजट में 448 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है।कुल 11 फ्लाईओवर बनाए जाना प्रस्तावित है जिनमें चार पर काम चल रहा है। बजट में खजराना फ्लाईओवर के लिए 35 करोड़, भंवरकुआ चौराहा के लिए 45 करोड़, फूटी कोठी चौराहा के लिए 25 करोड़ और लवकुश चौराहा पर फ्लाईओवर के लिए 50 करोड़ का प्रावधान किया गया है।लवकुश चौराहा पर ही लेवल -2 फ्लाईओवर के निर्माण के लिए भी 100 करोड़ रुपए रखे गए हैं। इसके अलावा महू नाका फ्लाईओवर के लिए 35 करोड़, गांधीनगर फ्लाईओवर के लिए 33 करोड़, शक्करखेड़ी रिवर ओवरब्रिज के लिए 20 करोड़, केलोदहाला रेलवे ओवरब्रिज के लिए 75 करोड़, कनाडिया रोड फ्लाईओवर के लिए 15 करोड़ और बिचौली हप्सी फ्लाईओवर के निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
चार सीएम राइज स्कूलों के निर्माण के लिए बजट में 80 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
शहर में मास्टर प्लान की सड़कों के लिए 100 करोड़ रुपए रखे गए हैं।
महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने हेतु 4 उद्यमिता विकास केंद्र बनाए जाएंगे, जिनकी अनुमानित लागत 15 करोड़ रुपए होगी।
शहर के चारों ओर ग्रीन रिंग रोड का निर्माण 108 किमी लंबाई में किया जाएगा। इसके लिए 79 गांवों को मास्टर प्लान में लाने की पहल की जाएगी।
मेघदूत पार्क विजयनगर के समीप स्थित मंगल मेरीलैंड जमीन का ppp मॉडल पर चिल्ड्रन पार्क के रूप में विकास किया जाएगा।
ट्रैफिक जागरूकता हेतु नए टीपीएस में ट्रैफिक पार्क बनाया जाएगा।
स्कीम नंबर 97 (04) में विस्तारित सिटी फॉरेस्ट बनाया जाएगा।