इंदौर : कांग्रेस में जिसतरह परिवार वाद, वंशवाद, व्यक्तिवाद और गुटबाजी हावी है उसको देखते हुए उसका ये हश्र होना ही था। कमलनाथ सरकार अब आखिरी सांसे गिन रही है। उसका जाना तय है। ये कहना है बीजेपी के वरिष्ठ नेता गोविंद मालू का। वे ‘अवर लाइव इंडिया’ के साथ बातचीत कर रहे थे।
अपनी प्रतिबद्धता से हट गई कमलनाथ सरकार।
गोविंद मालू का कहना था कि बहुमत न होने के बावजूद कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिला पर कमलनाथ सरकार ने अपने वचनपत्र के जरिये जो वादे जनता से किये थे उनपर वो खरा नहीं उतर पाई।उनकी सरकार न तो पार्टी नेता और न ही कार्यकर्ताओं को संतुष्ट कर पाई।
सिंधियाजी को किया अपमानित..
श्री मालू के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई बार वचनपत्र में किये गए वादों की याद सीएम कमलनाथ को दिलाई। उन्होंने जनता की समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरने की भी बात कही थी पर उनकी बात को कमलनाथ ने कभी तवज्जो नहीं दी, बल्कि हठधर्मिता और अहंकार का परिचय देते हुए कह दिया कि सड़क पर उतरते हैं ‘तो उतर जाएं’। कमलनाथ और दिग्विजयसिंह ने मिलकर सिंधिया को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसे में सिंधिया ने अपने आत्मसम्मान के लिए कांग्रेस को अलविदा कह दिया।
कांग्रेस के अंतर्कलह में बीजेपी की भूमिका नहीं।
मालू का कहना है कि कांग्रेस में जारी घमासान में बीजेपी की कोई भूमिका नहीं है। कांग्रेस अपने ही पापों के बोझ तले बिखर रही है।
बीजेपी में आनेवाले उसकी रीति- नीतियों में ढल जाते हैं।
गोविंद मालू ने कहा कि बीजेपी संगठन आधारित पार्टी है। उसमें व्यक्तिवाद के लिए कोई जगह नहीं है।जो भी बीजेपी में आता है पार्टी की रीति- नीतियों में ढल जाता है। जो भी हमारे साथ आना चाहता है, हम उसका स्वागत है।