इंदौर : एक हजार साल की गुलामी के बाद हमें आजादी मिली। उसी आजादी का अमृत महोत्सव हम मना रहे हैं पर हमें बाबासाहब अम्बेडकर की उस बात को भी याद रखना है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम आजाद हो गए ये अच्छी बात है पर हम गुलाम क्यों हुए इसकी भी चिंता करना जरूरी है। हमारे बीच के जयचंद और मीर जाफरों की वजह से ही हमें हजार साल की गुलामी सहनी पड़ी।हमें अपनी आजादी को बनाए रखना है तो जयचंद और मीर जाफरों से सचेत रहना होगा।
ये बात आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वराज 75 अमृत महोत्सव समिति के बैनर तले जलियांवाला बाग हत्याकांड की बरसी पर चिमनबाग मैदान में आयोजित सभा में मुख्य अतिथि और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विवि के पूर्व कुलपति कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने कही। इस दौरान राणा बख्तावर सिंह के वंशज टीएन सिंह और निपानिया गुरुद्वारा के ग्रंथी बाबा राजिंदर सिंह भी मौजूद रहे।
75 स्थानों से निकली स्वराज यात्रा।
इसके पूर्व जलियांवाला बाग कांड की बरसी पर बुधवार को ज्ञात- अज्ञात शहीदों को नमन करने के लिए स्वराज 75 अमृत महोत्सव समिति, इंदौर द्वारा शहर के 75 चिन्हित स्थानों से ‘स्वराज यात्रा’ निकाली गई। वाहन रैली के रूप में निकली ये यात्राएं तिरंगा लहराते हुए, वन्देमातरम और भारतमाता की जय का उद्घोष करते हुए चिमनबाग मैदान पहुंची। विभिन्न समाजों के साथ तमाम धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक संगठनों ने भी बढ़चढ़ कर स्वराज यात्रा में सहभागिता दर्ज कराई।
बड़ी तादाद में पहुंचे सिख समाज जन।
स्वराज यात्रा में सिख समाज के लोगों की खासी भागीदारी रही। हाथों में तिरंगा और केसरिया पगड़ी बांधे सिख समाज के हजारों युवा और बुजुर्ग स्वराज यात्रा में शामिल होकर चिमनबाग मैदान पहुंचे। समाज की महिलाएं भी बड़ी तादाद में कार्यक्रम स्थल पहुंची।
सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, वरिष्ठ नेता मधु वर्मा, सुदर्शन गुप्ता, घनश्याम शेर, कमल वाघेला सहित तमाम नेता और कार्यकर्ताओं ने भी इस दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम स्थल को भी इस मौके पर आकर्षक ढंग से सजाया गया था।