इंग्लिस के शतक की बदौलत इंग्लैंड को 05 विकेट से किया पराजित।
लाहौर : पैट कमिंस और जोश हेजलवुड की गैरमौजूदगी में भी ऑस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी में जीत का बिगुल बजा दिया। इंग्लिश टीम के रिकॉर्ड तोड़ टारगेट को कंगारू टीम ने एकतरफा अंदाज में फतह किया और नया इतिहास कायम कर दिया। 5 विकेट से जीत के नायक जोश इंग्लिस साबित हुए. उन्होंने मैच विनिंग सेंचुरी बनाई। इंग्लैंड को मात देकर ऑस्ट्रेलिया ने सबसे बड़े लक्ष्य को पार कर नया इतिहास रच दिया।
2013 से पड़ा जीत का सूखा।
साल 2013 और 2017 में ऑस्ट्रेलिया जैसी नंबर-1 टीम को चैंपियंस ट्रॉफी में एक भी जीत नसीब नहीं हुई थी. लेकिन इस बार पहले ही मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ कंगारू टीम के बल्लेबाज जोश इंग्लिस ने जीत की इबारत लिख दी। उनकी 120 रन की पारी की चकाचौंध में बेन डकेट के 165 रन भी फीके नजर आए।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इंग्लैंड की तरफ से सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़ी पारी खेली।उन्होंने 17 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 165 रन ठोक दिए, जो रूट ने भी 68 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इन पारियों के दम पर इंग्लैंड ने स्कोर बोर्ड पर चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे बड़ा स्कोर लगा दिया। ऑस्ट्रेलिया के सामने 352 रन का विशालकाय स्कोर था लेकिन जोश इंग्लिस ने इंग्लैंड के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने महज 27 रन के स्कोर पर दो विकेट खो दिए। स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड के ये विकेट थे लेकिन मैथ्यू शॉर्ट की 63 रन की पारी कंगारू टीम के काम आई। इसके बाद जोश इंग्लिस ने खूंटा गाड़ लिया। लाबुशेन ने 47, एलेक्स कैरी ने 69 रन की पारियां खेल इंग्लिस का साथ निभाया। अंततः ऑस्ट्रेलिया ने सालों बाद चैंपियंस ट्रॉफी में जीत का स्वाद चखा और इंग्लैंड को 05 विकेट से हरा दिया।
इंग्लिश टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़े टोटल का रिकॉर्ड नाम कर न्यूजीलैंड से ताज छीन लिया था लेकिन ये रिकॉर्ड कुछ ही देर चला और ऑस्ट्रेलिया ने 356 रन बनाकर नया इतिहास कायम कर दिया।