इंदौर की आबोहवा को संरक्षित किए जाने की जरूरत

  
Last Updated:  November 2, 2023 " 10:56 pm"

नागरिक घोषणा पत्र के लिए बुद्धिजीवियों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव।

इंदौर : जब चुनाव होता है तब प्रत्याशी द्वारा जब घर-घर जाकर वोट देने का आग्रह किया जाता है तो फिर यदि किसी भी क्षेत्र की सड़क की खुदाई की जाना है तो उसके लिए भी हर नागरिक के घर-घर जाकर उससे सहमति ली जाना चाहिए, इंदौर शहर की पहचान यहां की आबोहवा रही है। इस आबोहवा को सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए विशेष प्रावधान किए जाने की जरूरत है।

ये सुझाव अभ्यास मंडल द्वारा नागरिक घोषणा पत्र तैयार करने को लेकर आयोजित बैठक में इंदौर के बुद्धिजीवियों ने दिए। इन बुद्धिजीवियों द्वारा कहा गया कि इंदौर शहर को यहां के सुहाने मौसम और हरियाली के लिए पहचाना जाता था। अब स्थिति में परिवर्तन आ गया है।

हरियाली के लिए हो अलग मास्टर प्लान।

पर्यावरणविद् ओपी जोशी ने कहा कि इंदौर में हरियाली के लिए अलग से एक मास्टर प्लान बनाए जाने की आवश्यकता है। श्रमिक नेता श्याम सुंदर यादव ने कहा कि इंदौर शहर की बंद हो चुकी मिलों के परिसरों में स्थित पेड़ों का संरक्षण किया जाना चाहिए । हुकुमचंद और राजकुमार मिल परिसर को मिलाकर एक बड़े स्टेडियम का निर्माण किया जा सकता है ।

सामाजिक कार्यकर्ता शिवाजी मोहिते ने कान्ह सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने और खेल मैदान व बगीचों को संरक्षित करने की बात घोषणा पत्र में सम्मिलित करने पर जोर दिया। इंदौर को आईटी हब बनाने के लिए बड़ी कंपनियों को जमीन दी गई लेकिन उस जमीन का उपयोग नहीं हो रहा है। ऐसे में सरकार को नीति बनाकर इंदौर को आईटी हब के रूप में स्थापित करना चाहिए।

उद्योगपति गौतम कोठारी ने कहा कि बीमा अस्पताल परिसर में पूर्व में मंजूर किए गए मेडिकल कॉलेज की योजना पर से रोक हटाई जाना चाहिए । देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को आवंटित की गई 25 एकड़ भूमि पर समग्र चिकित्सा शिक्षा परिसर की स्थापना की जाना चाहिए । इंदौर शहर को सर्वश्रेष्ठ मास्टर प्लान दिया जाना चाहिए । इंदौर में महानगर विकास प्राधिकरण का गठन किया जाना चाहिए। इसी के साथ जल मल बोर्ड का गठन भी किया जाना चाहिए।

सेवानिवृत्ति अपर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने कहा कि नर्मदा पेयजल योजना पर इंदौर की निर्भरता को समाप्त किया जाना चाहिए । इंदौर में स्थित 658 बावड़ी से जलप्रदाय की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अशोक कोठारी ने कहा कि हर काम में नागरिकों को भरोसे में लिया जाना आवश्यक है । मोहल्ला समिति का गठन किया जाना चाहिए ।मिलों की जमीन पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुसंधान केंद्र बनाया जाना चाहिए जिसमें गेहूं और कपास पर अनुसंधान किया जाए । पीके वाघेला ने कहा कि फ्लेक्स के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए ।

शिक्षाविद डॉक्टर शंकर लाल गर्ग ने कहा कि महू,सिमरोल, मानपुर क्षेत्र में वाइल्डलाइफ सेंचुरी का निर्माण किया जाना चाहिए । हरियाणा सरकार की तरह कोई भी पेड़ 75 वर्ष का हो जाए तो उस पेड़ की देखरेख करने वाले व्यक्ति को 2500 रुपए की पेंशन दी जाना चाहिए । होलकर विज्ञान महाविद्यालय को विज्ञान विश्वविद्यालय बनाया जाना चाहिए ।

वरिष्ठ पत्रकार जयश्री पिंगले ने कहा कि हमारे शहर के आसपास के गांव में रहने वाले लोग उम्मीद से शहर की तरफ देखते हैं । यह शहर अफसरों का शहर बन गया है । बाहर से आने वाले विद्यार्थियों के लिए रियायती दर पर भोजन, लाइब्रेरी और पढ़ने के स्थान की व्यवस्था की जाना चाहिए।किशन सोमानी ने कहा कि इंदौर को ग्रीन इंदौर बनाया जाना चाहिए।

सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी संगठन के अध्यक्ष आलोक खरे ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को नागरिक संस्थाओं से संवाद करना चाहिए । इंदौर में पढ़ने वाले तीन लाख दूसरे शहर के विद्यार्थियों के लिए शासन स्तर पर सहयोग की व्यवस्था की जाना चाहिए। स्वप्निल व्यास ने कहा कि विधायक द्वारा किए गए खर्च का सोशल आडिट होना चाहिए। शफी शेख ने नशा मुक्त इंदौर की बात कही।

बैठक में एन के उपाध्याय, ग्रीष्मा त्रिवेदी, मनी बाला शर्मा, श्याम पांडे,कुणाल भंवर, मुरली खण्डेलवाल आदि ने भी अपने सुझाव दिए । बैठक का संचालन शफी शेख ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन रामेश्वर गुप्ता ने किया। इस दौरान सभी ने शपथ ली कि हम स्वयं मतदान करेंगे तथा मतदान हेतु लोगों को भी जागरूक करेंगे।

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