इंदौर : तेजी से बढ़ रही वाहनों की संख्या के कारण ट्रैफिक व पार्किंग की समस्या शहर में बढ़ी है। लोगों को सुरक्षित माहौल मिले इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं। जलभराव की समस्या भी अगले वर्ष काफी हद तक दूर हो जाएगी। शहर के तेजी से हो रहे विकास को देखते हुए अगले 15 वर्षों को ध्यान में रखकर मास्टर प्लान में प्रावधान किए जा रहे हैं।
ये बात इंदौर प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया और निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कही। वे शहर के विकास, कानून व्यवस्था, यातायात, जलभराव और अन्य मुद्दों को लेकर अपनी बात रख रहे थे।
ट्रैफिक के मास्टर प्लान पर हो रहा काम।
डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में यातायात पुलिस की भूमिका सीमित है। बावजूद इसके यातायात पुलिस ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने में हरसंभव प्रयास कर रही है। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि शहर में वाहनों की तादाद बढ़ती जा रही है। आने वाले समय में इनमें और बढ़ोतरी होगी। इस बात को देखते हुए ट्रैफिक के मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है। इसमें नगर निगम के साथ आईडीए और ट्रैफिक पुलिस की सहयोगी भूमिका रहेगी। नगर निगम इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट के साथ शहर के मध्य क्षेत्र जो स्मार्ट सिटी क्षेत्र भी है, में 3 से 4 नए पार्किंग स्थल बनाने जा रही है। 3 पहले ही बन चुके हैं। इसी के साथ शहर के अन्य स्थानों पर भी पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। जो पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, लोग वहां अपनी गाड़ियां नहीं रखते। लोगों को भी चाहिए कि वे अपनी गाड़ियां पार्किंग स्थल में ही रखें। दूसरे नगर निगम पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी मजबूती देने जा रहा है। इसके तहत 4 सौ नई सिटी बसें संचालित करने की तैयारी है। इसके अलावा निकट भविष्य में मेट्रो भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में ट्रैफिक की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकेगी।
सुरक्षित माहौल में सीसीटीवी का अहम योगदान।
डीआईजी मनीष कपूरिया ने अपराधियों की पहचान में सीसीटीवी की अहमियत को रेखांकित करते हुए बताया कि कई अपराधों का खुलासा सीसीटीवी फुटेज की मदद से हुआ है। हैदराबाद की तर्ज पर इंदौर में भी सीसीटीवी का मजबूत निगरानी तंत्र बनाए जाने की बात से डीआईजी कपूरिया ने सहमति जताई। उन्होंने कहा कि फिलहाल करीब 6 सौ सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं। वे उद्योगपतियों, कारपोरेट घरानों और आम जनता से भी कहना चाहते हैं कि वे सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवाएं। इससे अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी।
शहर के मास्टर प्लान पर कर रहे काम।
कलेक्टर मनीष सिंह ने आनेवाले समय मे शहर की विकास योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इंदौर शहर की ग्रोथ तेजी से हो रही है। बड़ी- बड़ी कंपनियां यहां निवेश की इच्छुक हैं। इस बात को देखते हुए शहर के मास्टर प्लान में 10- 15 वर्षों के आगे के परिदृश्य को ध्यान में रखकर प्रावधान किए जा रहे हैं। पश्चिमी रिंग रोड पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके अलावा छावनी अनाज मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर भी कैलोद करताल के समीप शिफ्ट किए जा रहे हैं। प्रयास ये भी होगा कि पालदा क्षेत्र की दाल व फ्लोर मिलें भी वहीं शिफ्ट किए जाएं। इसी के साथ ट्रको के लिए पार्किंग स्थल भी बायपास के आसपास विकसित किए जाएंगे। उन्होंने मेट्रो को लेकर कहा कि तकनीकि रूप से मेट्रो लाइन का निर्माण बेहद जटिल होता है। इसीलिए इसमें समय लग रहा है। पहली लाइन का काम होने के बाद उसके विस्तार में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
सड़कों के गड्ढे और जलभराव की समस्या का जल्द होगा निदान।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने शहर की सड़कों पर गड्ढे होने से हो रहे हादसों को लेकर कहा कि वर्षा काल में सड़कों का पेचवर्क करना संभव नहीं हो पाता। बारिश भी इस बार लंबी खींच गई है। जल्दी ही नगर निगम गड्ढे भरने का अभियान शुरू करेगा और निश्चित समय सीमा में सड़कें दुरुस्त कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि शहर में जलभराव की समस्या का भी जल्द निदान हो जाएगा।