हेल्थ ऑफ इंदौर की तर्ज पर पूरे देश में होगा प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे-केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया।
हेल्थ ऑफ इंदौर का प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे जनता के स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास- उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल।
इंदौर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल की उपस्थिति में हेल्थ ऑफ इंदौर द्वारा नागरिकों के कराए गए प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे का प्रकाशन किया गया। इस सर्वे की रिपोर्ट सांसद शंकर लालवानी ने उक्त दोनों अतिथियों को सौंपी।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के साथ अब स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी देश को नई राह दिखाई हैं। हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान की तर्ज पर पूरे देश में प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे करवाया जाएगा। यह सर्वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वस्थ्य भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर समय की सबसे बड़ी जरूरत है। बदलते समय में हमे भी बदलना होगा। स्वास्थ्य के प्रति जवाबदेह और जागरूक बनने की जरूरत है। हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा, जिससे वह स्वस्थ रहे, इससे जान और माल की दोनों की बचत होगी। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को देश के विकास में स्वस्थ रहकर भागीदारी करने की आवश्यकता है। स्वस्थ रहने के लिए सतत श्रम की जरूरत है। नागरिकों को नियमित रूप से एक्सरसाइज करना होगी। एक्सरसाइज के लिए साइकलिंग बेहतर माध्यम है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य नागरिक स्वस्थ्य समाज का निर्माण करता है। इससे स्वस्थ्य व समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने सांसद शंकर लालवानी के प्रयासों से हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के तहत कराए गए सर्वे की सराहना की और कहा कि यह सर्वे भारत सरकार के लिए उपयोगी होगा। प्रिवेंटिव हेल्थ सर्वे का विस्तार पूरे देश में किया जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे एक बड़ा अभियान है। यह अभियान स्वस्थ्य समाज के निर्माण में मददगार बनेगा। उन्होंने प्रिवेंटिव हेल्थ केयर अभियान को पूरे प्रदेश में विस्तारित करने की बात कहते हुए कहा कि इसे जनआंदोलन बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि अपनत्व की भावना इंदौर की बड़ी विशेषता है। हर व्यक्ति के मन में अपना इंदौर होने का भाव है। इसी कारण इंदौर स्वच्छता में लगातार सात बार से अव्वल है। अब लगता है कि इंदौर स्वास्थ के क्षेत्र मे अव्वल बनेगा।
सांसद शंकर लालवानी ने संबोधित करते हुए हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प, हर व्यक्ति स्वस्थ्य रहे को साकार करने के लिये शुरू किया गया। इसके अच्छे परिणाम मिले हैं। इस अभियान के तहत कराये गये सर्वे से हर व्यक्ति को स्वस्थ्य रखने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में अभियान से जुड़ी सेंट्रल लेब की डायरेक्टर और फाउंडर डॉ. विनिता कोठारी ने प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंदौर में हर वर्ग, हर आयु के दो लाख से अधिक नागरिकों का हेल्थ सर्वे किया गया। इन नागरिकों की 20 लाख के लगभग विभिन्न तरह की पैथोलॉजिकल और अन्य जांचे की गई। यह देश में अपने तरह का पहला और अनूठा सर्वे है, जिसे व्यापक जनभागीदारी के साथ किया गया।
कार्यक्रम में सावन लढ्ढा ने अभियान के तकनीकि पहलू के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर अतिथियों ने एक 13 वर्षीय बालक शोर्य द्वारा व्हाटसप पर बनाये गये हेल्थ बॉट का विमोचन भी किया। यह हेल्थ बॉट नागरिकों की स्वास्थ संबंधी जिज्ञासाओं का समाधान करेगा।