राजवाड़ा चौक में मंत्री विजयवर्गीय और महापौर भार्गव सहित कई जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने स्वादिष्ट पोहे का उठाया लुत्फ।
इंदौरियों का सुबह का नाश्ता है पोहा – जलेबी।
इंदौर : शनिवार, 07 जून को विश्व पोहा दिवस मनाया गया। देखा जाए तो इंदौर और पोहा एक – दूसरे के पर्याय हैं। यह सिर्फ एक व्यंजन ही नहीं, हमारी स्वाद और संस्कृति का परिचायक भी है। इंदौरियों की सुबह पोहा – जलेबी के नाश्ते के साथ ही होती है। यह स्वादिष्ट होने के साथ हेल्दी फूड भी माना जाता है क्योंकि इसमें बहुत कम तेल का इस्तेमाल होता है। इंदौर में पोहा नाश्ते के रूप में स्थापित करने का श्रेय प्रशांत रेस्टोरेंट वाले अण्णा जोशी को जाता है। करीब 07 दशक पूर्व उन्होंने पोहा, रेहड़ी पर बेचना शुरू किया था। स्वाद के शौकीन इंदौर के बाशिंदों को इसका स्वाद ऐसा भाया की अण्णा जोशी का प्रशांत रेस्टोरेंट लजीज पोहे के लिए प्रसिद्ध हो गया। धीरे – धीरे अन्य लोग भी पोहा बनाने लगे और यह खाद्य पदार्थ इंदोरियों के सुबह के नाश्ते में शुमार हो गया। इसे अलग – अलग तरीके से बनाकर परोसा जाने लगा है। हां पोहे के साथ सेंव, प्याज, जीरावन, धनिया और नींबू भी शामिल हो क्या कहने..? पोहे में मोठ की उसल डालकर खाने का भी अलग ही मजा है और हां मीठे में जलेबी का साथ हो तो क्या बात है।
इंदौरियों का यह पोहा प्रेम ही है जो विश्व पोहा दिवस को उत्सवी रूप में मनाया गया। इंदौर उत्सव समिति के बैनर तले राजवाड़ा चौक में आयोजित पोहा पार्टी में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला और गोलू शुक्ला, बीजेपी नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा और हरप्रीत सिंह बख्शी सहित कई अन्य नेता, सामाजिक, व्यापारिक सगठनों के प्रतिनिधि और हजारों की संख्या में लोगों ने यहां पहुंचकर स्वादिष्ट पोहे का लुत्फ उठाया।