इंदौर : कोरोना संक्रमण के मामले शहर में लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 56 नए मरीज पाए गए। इन्हें मिलाकर कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद 362 बताई गई है। हालांकि अनाधिकृत रूप से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 411 बताई जा रही है।
आंकड़ों को लेकर भ्रम की स्थिति..?
सीएमएचओ डॉ. जड़िया ने बताया कि सोमवार सुबह 21 और देर शाम को 35 पॉजिटिव मरीजों की सूची जारी की गई थी। इन्हें मिलाकर अभी तक कुल 362 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। डॉ. जड़िया ने माना कि उसके बाद मरीजों की एक और सूची सामने आई है उसमें कई नाम दुबारा जुड़े पाए गए हैं, जिससे भ्रम की स्थिति बनी। छानबीन के बाद दुबारा अधिकृत सूची जारी की जाएगी। फिलहाल पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 362 ही है।सीएमएचओ के अनुसार सोमवार को की गई सैम्पलों की जांच में 144 निगेटिव पाए गए थे।
अन्य जिलों में ये है स्थिति…
इंदौर से लगे आसपास के जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले अपेक्षाकृत कम पाए गए हैं। उज्जैन में 7, खरगौन में 17, बड़वानी में 14, धार में 2, देवास में 7, खंडवा में 5 और रतलाम, मंदसौर में 1-1मरीज पॉजिटिव पाया गया है। एक अन्य मरीज कौशाम्बी यूपी से ताल्लुक रखता है, जिसका इंदौर में इलाज चल रहा है।
10- 12 और होंगे डिस्चार्ज।
सीएमएचओ डॉ. जड़िया के मुताबिक अभीतक 37 कोरोना ग्रसित मरीज पूरी तरह ठीक होकर घर लौट चुके हैं। 10 से 12 और ऐसे मरीज हैं जो ठीक हो चुके हैं। निर्धारित प्रक्रिया के तहत उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें भी आज या कल छुट्टी दे दी जाएगी। डॉ. जड़िया ने बताया कि जिन मरीजों को डिस्चार्ज दिया गया है, उन्हें अगले 14 दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। फ़ोन पर और घर जाकर डॉक्टर्स की टीम उनकी तबियत के बारे में फॉलोअप लेती रहेगी।
क्वारन टाइन किये लोग भी होंगे आजाद।
सीएमएचओ ने बताया कि जिन लोगों को क्वारनटाइन में रखे 15-16 दिन हो गए हैं, उन्हें भी घर भेज दिया जाएगा। डॉ. जड़िया ने बताया कि सोमवार को 6 सौ लोगों की स्क्रीनिंग कराई गई थी, उनमें से 550 को होम क्वारनटाइन और 50 को संस्थागत क्वारनटाइन कराया गया।
साढ़े 32 हजार लोगों का कराया सर्वे।
डॉ. जड़िया ने बताया कि कोरोना प्रभावित इलाकों में 32 हजार 500 लोगों का सर्वे कराया गया है। उनमें से 3 सौ के करीब लोगों को सर्दी- खांसी के सामान्य लक्षण और 90 लोगों में सांस की तकलीफ पाई गई पर किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए। इसपर उन्हें मौके पर ही दवाइयां वितरित कर आराम की सलाह दी गई।