प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअली होंगे शामिल।
65 देशों के निवेशक और प्रतिनिधि करेंगे शिरकत।
भारत के भी कई दिग्गज कॉरपोरेट्स रहेंगे मौजूद।
इंदौर : प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 11-12 जनवरी को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में होने जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दिल्ली, मुंबई, पुणे और बैंगलुरू में रोड-शो किए। इसी के साथ उद्योगपतियों से नियमित रूप से वन-टू-वन चर्चा की और प्रति सप्ताह उद्योगपतियों से भेंट भी की। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न देशों के संभावित निवेशकों के साथ भी बातचीत की।
जीरो वेस्ट पर आधारित होगी समिट।
“मध्यप्रदेश-भविष्य के लिए तैयार राज्य” थीम पर होने जा रही इस समिट में पर्यावरण-संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। यह पूरी तरह “कार्बन न्यूट्रल” और “जीरो वेस्ट” पर आधारित होगी। इन्वेस्टर समिट में आ रहे देश और विदेश के निवेशकों के समक्ष मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण की तमाम परिस्थितियों का प्रदर्शन किया जाएगा। समिट का उद्देश्य राज्य की नीतियों को बढ़ावा देना, उद्योग अनुकूल नीतियाँ बनाने के लिए औद्योगिक संगठनों के साथ परामर्श कर प्रदेश में निवेशक फ्रेंडली वातावरण बनाना, सहयोग के अवसर और निर्यात क्षमता को बढ़ावा देना है।
देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति करेंगे शिरकत।
इंदौर में होने रही इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधि-मंडल भाग लेंगे। इसमें 20 से अधिक देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास और राजनयिक भाग लेंगे। जीआइएस के अंतर्राष्ट्रीय मंडप में 9 भागीदार देश और 14 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन अपने देशों के विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन करेंगे। समिट से राज्य के निर्यातकों को संभावित विदेशी खरीददार से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा।
जिन प्रमुख उद्योगपतियों ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में शामिल होने की सहमति दी है, उनमें सर्वश्री कुमार मंगलम बिड़ला, नोएल टाटा, नादिर गोदरेज, पुनीत डालमिया और अजय पीरामल सहित भारत के 500 से अधिक प्रमुख उद्योगपति शामिल हैं। कार्यक्रम में फार्मा, आईटी, ऑटोमोबाइल, कपड़ा, वस्त्र, रसायन, सीमेंट, खाद्य प्र-संस्करण, रसद, पेट्रोकेमिकल, पर्यटन, नवकरणीय ऊर्जा, सेवाओं आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों की भागीदारी होगी।
क्रेता-विक्रेता बैठक और विक्रेता विकास कार्यक्रम।
समिट के दौरान राज्य के एमएसएमई को वैश्विक बाजार तक पहुँचाने और राज्य से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए क्रेता-विक्रेता मीट का आयोजन किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से यूएसए, कनाडा, इंग्लैंड, जापान, इजराइल, नीदरलैंड, सिंगापुर, थाईलैंड, कंबोडिया, बांग्लादेश और अफ्रीकी देशों के खरीदार शामिल हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों जैसे फार्मास्युटिकल, टेक्सटाइल इंजीनियरिंग, कृषि और आईटी सेवाओं के 1500 से अधिक निर्यातक सहभागिता करेंगे।
समिट में आकर्षण का केन्द्र होगी प्रदर्शनी।
प्रदर्शनी में एक समर्पित मध्यप्रदेश पवेलियन होगा, जो औद्योगिक बुनियादी ढाँचे, मौजूदा और आगामी औद्योगिक पार्कों, प्रमुख निवेश परियोजनाओं को प्रदर्शित करेगा। राज्य के विभिन्न पहलुओं जैसे विरासत, संस्कृति, वन्य-जीवन आदि को भी कवर करेगा। प्रमुख कंपनियाँ फार्मा, आईटी, ऑटोमोबाइल्स, टेक्सटाइल्स, गारमेंट्स, केमिकल्स, सीमेंट, फूड प्रोसेसिंग आदि विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी।
औद्योगिक प्रदर्शनी भी लगेगी।
एक लाख वर्ग फुट में फैले विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों को प्रदर्शित करने के लिए 100 से अधिक उद्योगों द्वारा स्टॉल लगाए जाएंगे। प्रतिभागियों को सूचित करने के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) रोबोट भी होंगे। राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करने के लिए एक “सांस्कृतिक क्षेत्र” भी बनाया जाएगा, जिसमें स्थानीय एवं जनजातीय कला जैसे गोंड पेंटिंग, भील पेंटिंग, जरी-जरदोजी, जूट, बाग प्रिंट, बाटिक प्रिंट, गुड़िया, बाँस कला, घंटी कारीगरों द्वारा धातु शिल्प और हथकरघा जैसे चंदेरी और महेश्वरी वस्त्रों आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
शुभारंभ दिवस के थेमेटिक एवं सेक्टोरल सत्र।
सातवें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली करेंगे। इस दौरान उनका संबोधन भी होगा। सत्र में सूरीनाम एवं गुयाना के राष्ट्रपति भी शामिल होंगे और उनका संबोधन भी होगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी समिट को संबोधित करेंगे। केन्द्रीय वाणिज्यिक एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का वर्चुअल संबोधन होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी समिट को संबोधित करेंगे।
समिट के पहले दिन 8 समांतर सत्र होंगे। दोपहर 2 बजे से 3.30 बजे तक 4 समांतर सत्र एवं 4 से 5.30 बजे तक अगले 4 सत्र होंगे। दोपहर 2 से 3.30 बजे के सत्र में एग्रीकल्चर, फूड एवं डेयरी प्रोसेसिंग, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल डिवाइसेस एण्ड हेल्थकेयर, अपोरचुनिटीज इन नेचुरल गैस एवं पेट्रो केमिकल सेक्टर, रिन्युएवल एनर्जी, टेक्सटाइल एवं गारमेंटस विषय पर थेमेटिक एवं सेक्टोरल सत्र शामिल हैं। शाम 4 से 5.30 बजे तक के थेमेटिक एवं सेक्टोरल सत्र में आईटी एवं ईएसडीएम, टूरिज्म और लॉजिस्टिक, वेयर हाउसिंग, अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं मोबिलिटी और ऑटोमाबाइल एवं आटो कम्पानेन्टस विषय शामिल हैं।