आपराधिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश।
मुख्यमंत्री चौहान ने की इंदौर की कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा।
इंदौर : पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद भी इंदौर में कानून – व्यवस्था लचर ही साबित हुई है।सरेआम चेन व मोबाइल लूट, हत्या, अवैध वसूली और गुंडागर्दी से लोग त्रस्त हैं। पुलिस की सुस्ती और लापरवाही का आलम ये है की कई बार शिकायतों के बावजूद वह असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती।राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के ट्रेजर टाउनशिप में कमजोर वर्ग के लिए बने मकानों में रह रहे लोग तो आए दिन होने वाली गुंडागर्दी, छेड़छाड़, नशाखोरी से इतने परेशान हो गए हैं की उन्होंने अपने घरों पर बिकाऊ होने के पर्चे चिपका दिए हैं। उनका आरोप है कि 40 बार शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने उनकी परेशानी पर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते वे पलायन को मजबूर हैं।
मुख्यमंत्री ने चेताया अधिकारियों को, गुंडे – बदमाशों पर सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश।
कानून व्यवस्था की इस तरह उड़ रही धज्जियों की खबर जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंची तो उन्होंने गुरुवार सुबह इंदौर के जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को तलब कर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर की कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर में बढ़ते अपराधों पर नाराजगी जताते हुए गुंडे- बदमाश और असामाजिक तत्वों पर कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए उन्होंने कहा कि गुंडे बदमाशों में पुलिस का खौफ रहे।आम जनता में पुलिस पर विश्वास होना जरूरी है।
सार्वजनिक स्थानों पर नशाखोरी करने वालों पर कसें लगाम।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने और नशा करने जैसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री निवास समत्व कार्यालय भवन में हुई बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना,एडीजी इंटेलिजेंस आदर्श कटियार,ओएसडी मुख्यमंत्री अंशुमन सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।इंदौर से पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, रेवेन्यू कमिश्नर डा.पवन शर्मा, कलेक्टर डॉ. इलैया राजा सहित जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी वर्चुअली उपस्थित रहे।