भोपाल: बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली सीटों पर कांग्रेस ऐसे उम्मीदवारों की तलाश कर रही है जो जीत का परचम लहरा सके। ऐसी हो दो सीटें हैं इंदौर और भोपाल जो बीते तीन दशक से कांग्रेस की पहुंच से दूर है। कमलनाथ ने रणनीति के तहत भोपाल से तो दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनवा दिया पर इंदौर से उन्हें कोई नाम नहीं सूझ रहा है जो बीजेपी को बराबरी से टक्कर दे सके। ऐसे में उसकी नजरें बार- बार बॉलीवुड पर जाकर टिक जाती हैं। पिछले दिनों कांग्रेस ने ही ये शिगूफा छोड़ा था कि दबंग खान इंदौर से चुनाव लड़ सकते हैं। ये चर्चा जब सलमान खान के कानों तक पहुंची तो उन्होंने ट्वीट कर इसका खंडन किया था। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि वे न तो चुनाव लड़ेंगे और न ही किसी के लिए प्रचार करेंगे। सलमान के इनकार के बाद कांग्रेस किसी और सेलेब्रिटी की तलाश कर रही थी कि शुक्रवार को अभिनेता गोविंदा पर उसकी नजर पड़ गई।
सीएम कमलनाथ से मिलने पहुंचे थे गोविंदा।
दरअसल बॉलीवुड के राजाबाबू गोविंदा सीएम कमलनाथ से मिलने पहुंचे थे। करीब आधा घंटे उनके बीच एकांत में बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ और गोविंदा ने अन्य मुद्दों के साथ राजनीति को लेकर भी चर्चा की। इससे इन अटकलों को बल मिला कि गोविंदा को इंदौर से लड़ाया जा सकता है। सूत्रों ने भी इस बात को हवा दी। उनका कहना था कि सीएम कमलनाथ ने गोविंदा के समक्ष इंदौर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा है। देखते ही देखते ये बात वायरल हो गई कि गोविंदा इंदौर से चुनाव लड़ सकते हैं।
गोविंदा ने बताई हक़ीक़त।
सीएम कमलनाथ से मिलकर गोविंदा बाहर आए तो उन्होंने खुलासा किया कि वे भोपाल में फ़िल्म एकेडमी खोलना चाहते हैं।उसके लिए जमीन उपलब्ध कराने के सिलसिले में वे सीएम कमलनाथ से मिले। कहीं से चुनाव लड़ने को लेकर उनकी कोई चर्चा नहीं हुई। उनका राजनीति में लौटने का कोई इरादा नहीं है। आपको बता दें कि 2004 में मुम्बई नार्थ सीट से गोविंदा कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम नाईक को पराजित किया था।पर उसके बाद वे राजनीति से दूर हो गए।
बहरहाल सीएम कमलनाथ और गोविंदा के बीच चुनाव को लेकर चर्चा नहीं हुई इस बात पर यकीन करना मुश्किल है लेकिन गोविंदा के इनकार से कांग्रेसजनों की उम्मीदें जरूर धराशायी हो गई।