आयोग ने राजनैतिक दलों के सदस्यों के साथ की बैठक ।
भोपाल : राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकायों एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन के संबंध में राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के सदस्यों के साथ बैठक की। बैठक में राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने निर्वाचन प्रक्रियाओं की जानकारी दी। श्री सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशानुसार आयोग मार्च में एक निर्वाचन की घोषणा अनिवार्यत: करेगा।
बैठक में राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने कहा कि पहले त्रि-स्तरीय पंचायतों के निर्वाचन करवाए जाए। प्रतिनिधियों का कहना था कि पंचायत निर्वाचन अभी नहीं करवाए गए तो वर्षा ऋतु में पंचायत निर्वाचन संभव नहीं होंगे, क्योंकि एमपी बोर्ड की परीक्षाएँ 30 अप्रैल से 18 मई तक और सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएँ 4 मई से 12 जून तक निर्धारित हैं।
इस पर राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कहा कि पंचायत निर्वाचन के संबंध में बहुत सी कार्यवाही शासन स्तर पर लंबित है। यह कार्यवाही आगामी 15 से 20 दिन में पूरी होने की स्थिति में ही पंचायत निर्वाचन करवाने पर विचार किया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो पहले नगरीय निकायों के निर्वाचन करवाए जा
बैठक में कुछ राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने मतपत्र से निर्वाचन कराने की बात कही। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट किया कि निर्वाचन ईव्हीएम से ही करवाये जाएंगे। राजनैतिक दलों के सदस्यों द्वारा मतदाता सूची में हुई त्रुटियों की जानकारी देने पर राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि सभी शिकायतों का त्वरित निराकरण किया जा रहा है।
इस दौरान सचिव राज्य निर्वाचन आयोग दुर्ग विजय सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में भारतीय जनता पार्टी से एस.एस. उप्पल, संतोष शर्मा, ओमशंकर श्रीवास्तव, इंडियन नेशनल कांग्रेस से जे.पी. धनोपिया, विजय सिरवैया, बहुजन समाज पार्टी से सी.एल. गौतम, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से शैलेन्द्र शैली, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) से पी.एन. वर्मा, मध्यप्रदेश नेशनलिस्ट पार्टी से राजू भटनागर और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से सचिन सिंह चौहान उपस्थित थे।