उज्जैन : महाकालेश्वर मंदिर आने वाले देश-विदेश के भक्तों की सुविधा के लिए महाकाल की नगरी में शहर के बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउंडेशन की ओर से करीब 9 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले चमेलीदेवी अग्रवाल अन्न क्षेत्र भवन का भूमि पूजन एक गरिमामय समारोह में संपन्न हुआ।
वैदिक मंत्रोच्चार की मंगल ध्वनि के बीच समाजसेवी विनोद अग्रवाल – नीना अग्रवाल ने कलेक्टर एवं मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह, सांसद अनिल फिरोजिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, पुलिस कप्तान सत्येन्द्र कुमार शुक्ला, पूर्व मंत्री पारस जैन, मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाश उपाध्याय के आतिथ्य में इस 50 हजार 886 वर्गफीट क्षेत्र में बनने वाले तीन मंजिला भवन का भूमि पूजन किया। नए भवन का निर्माण एक वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। महाकालेश्वर मंदिर के पं. प्रदीप गुरु एवं इंदौर के सुशील बेरीवाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। भूमि पूजन के तुरंत बाद भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया। नए भवन में 3 हजार भक्त एक साथ बैठकर भोजन कर सकेंगे। वर्तमान में महाकाल धर्मशाला परिसर में अन्न क्षेत्र का संचालन किया जा रहा है, लेकिन मंदिर के विस्तारीकरण के चलते इस भवन को तोड़ दिया गया है। अब बालाजी सेवार्थ विनोद अग्रवाल फाउंडेशन यहां त्रिवेणी संग्रहालय के सामने मंदिर की भूमि पर नए अन्न क्षेत्र का निर्माण कराएगा। नए भवन का नाम चमेलीदेवी अग्रवाल अन्न क्षेत्र होगा। इस भवन की परिकल्पना आर्किटेक्ट नीतिन श्रीमाली ने की है। फाउंडेशन भवन निर्माण के बाद यह भवन मंदिर प्रबंध समिति को सौंप देगा और मंदिर समिति ही अन्नक्षेत्र का संचालन करेगी।
इस नए अन्न क्षेत्र भवन के निर्माण से मंदिर आने वाले देश-विदेश के भक्तों को शुद्ध और सात्विक भोजन मिल सकेगा। नए अन्न क्षेत्र भवन में कुल तीन मंजिलें होगी। ग्राउंड फ्लोर पर 23475 वर्गफीट और पहली मंजिल पर 24346 वर्गफीट तथा टेरेस फ्लोर पर 3064, इस तरह कुल मिलाकर करीब 50 हजार 886 वर्गफीट क्षेत्र में निर्माण कार्य होगा।भवन में तीनें मंजिलों पर एक साथ तीन हजार भक्तों के लिए बैठक व्यवस्था रहेगी। बड़े हाल में डेढ़ हजार भक्तों को भोजन कराया जा सकेगा। पचास वीआईपी के लिए वातानुकूलित भोजन कक्ष भी बनेगा। भवन की दूसरी और तीसरी मंजिल पर आने-जाने के लिए दो लिफ्ट भी लगाई जाएगी। एक लिफ्ट रसोई घर से जुड़ी रहेगी ताकि तैयार रसोई और कच्चा माल आसानी से ऊपर-नीचे पहुंचाया जा सके। भवन पर एक ओर मंजिल बनाने की गुंजाईश भी रखी जाएगी। भूमि पूजन समारोह में बड़ी संख्या में महाकालेश्वर मंदिर से जुड़े प्रशासनिक अधिकारी, विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए उपस्थित थे।