इंदौर : कोरोना वायरस को स्थायी रूप रवानगी देने के लिए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत शनिवार 16 जनवरी को हुई। पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद देश और प्रदेश के साथ इंदौर में भी कोरोना टीकाकरण का शुभारंभ हो गया। एमवायएच, बॉम्बे हॉस्पिटल, अरविंदो, राजश्री अपोलो और ईएसआई अस्पताल में टीकाकरण के लिए चिन्हित किए हैं।
आशा पंवार को लगा पहला टीका।
इंदौर में एमवायएच के तलमंजिल स्थित हॉल को टीकाकरण सेंटर बनाया गया है। वहां मंत्री तुलसी सिलावट और सांसद शंकर लालवानी की मौजूदगी में जिला अस्पताल की कर्मचारी आशा पंवार को पहला टीका लगाया गया। उसके बाद विनोद शिंदे, सन्तोष श्रीवास, अशोक मेढ़ा और सुरेखा डागर ने कोरोना का टीका लगवाया। इस मौके पर बीजेपी शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर, उमेश शर्मा, संभागायुक्त पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, एमवायएच के अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर और सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गड़रिया
भी मौजूद रहे।
दो घंटे देरी से शुरू हुआ टीकाकरण।
टीकाकरण की तैयारी पहले ही पूरी कर ली गई थी। सुबह 9 बजे टीकाकरण शुरू होना था, लेकिन पीएम मोदी के सम्बोधन के चलते टीकाकरण का समय दो घंटे आगे बढ़ा दिया गया। जैसे ही प्रधानमंत्री का उद्बोधन समाप्त हुआ, टीकाकरण की औपचारिक शुरुआत कर दी गई।
उत्साह भरा रहा माहौल।
दुनिया, देश और प्रदेश के साथ इंदौर में भी लोगों की जिंदगी पर ग्रहण लगा रहे कोरोना वायरस को मार भगाने के टीकाकरण महाअभियान को लेकर हर किसी के मन में उत्साह हिलौरे ले रहा था।मंत्री, सांसद, नेता, प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी- कर्मचारी,डॉक्टर्स, नर्स, मीडियाकर्मी आदि सभी कोरोना टीकाकरण महाअभियान को लेकर उत्साहित व रोमांचित थे। जिन हैल्थवर्कर्स को सबसे पहले टीका लगवाने का मौका मिला उनका उत्साह तो देखते ही बनता था। एमवायएच में स्थापित टीकाकरण केंद्र को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। प्रवेश द्वार से टीकाकरण सेंटर तक लाभार्थियों के सम्मान में लाल कालीन बिछाया गया था। प्रवेश द्वार को भी रंग- बिरंगे गुब्बारों से सजाया गया था।
वेरिफिकेशन के बाद दिया गया प्रवेश।
जिन लाभार्थियों को टीके लगाए जाना थे उन्हें कोविन ऐप पर पंजीयन के बाद मैसेज किए गए थे। मैसेज और पहचान सम्बन्धी दस्तावेज चेक करने के बाद थर्मल गन से उनका टेम्परेचर नापा गया। उसके बाद उन्हें टीकाकरण के लिए भेजा गया। टीका लगवाने के आधे घंटे बाद तक लाभार्थियों को निगरानी में रखा गया ताकि किसी तरह का साइड इफेक्ट सामने आने पर तत्काल उनका उपचार किया जा सके। हालांकि किसी भी लाभार्थी में कोई विपरीत लक्षण नहीं पाए गए। निर्धारित समय के बाद लाभर्थियों को घर भिजवा दिया गया।
प्रत्येक केंद्र पर 100 लोगों को लगाए जा रहे टीके।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर में एमवायएच सहित 5 अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक अस्पताल में एक दिन में 100 हैल्थवर्कर्स को कोरोना के टीके लगाए जाएंगे।
कलेक्टर के मुताबिक अभी तक कोविन ऐप पर 30 हजार स्वास्थ्यकर्मियों ने अपना पंजीयन करा लिया है। आनेवाले समय में टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढाकर 126 तक पहुंचाने की तैयारी कर रखी है। वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ने के साथ टीकाकरण केंद्र भी बढ़ाए जाएंगे।