इंदौर : जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर मीडिया से रूबरू होने वाले वरिष्ठ बीजेपी नेता भंवर सिंह शेखावत ने राजनैतिक सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने जिले का प्रभार उपचुनाव तक तुलसी सिलावट से लेकर उषा ठाकुर को देने की मांग की। पार्टी से नाराजगी की बात को उन्होंने खारिज किया वहीं बदनावर से कांग्रेस प्रत्याशी के बतौर उपचुनाव लड़ने की चर्चाओं को भी गलत ठहराया। शेखावत ने माना कि बीजेपी बदलाव के दौर से गुजर रही है।
उषा ठाकुर को सौंपा जाए जिले का प्रभार।
बीजेपी नेता भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि मंत्री तुलसी सिलावट को सांवेर में उपचुनाव लड़ना है। ऐसे में वे जिले का प्रभार ठीक ढंग से नहीं संभाल पा रहे हैं। सीएम शिवराज से उन्होंने आग्रह किया कि वे उपचुनाव होने तक अस्थायी तौर पर इंदौर जिले का प्रभार मंत्री उषा ठाकुर को सौंप दें ताकि अधिकारियों की मनमानी पर अंकुश लग सके।
कांग्रेस से नहीं लड़ रहें उपचुनाव।
शेखावत ने बीजेपी में खुद को दरकिनार किए जाने से नाराज होकर तीखे तेवर अपनाने की बात से इनकार करते हुए कहा कि हालात की सच्चाई बयां करना, पार्टी से बगावत करना नहीं है। उन्होंने माना कि कांग्रेस नेताओं से उनकी सौजन्यता के नाते बात होती रहती है पर इसके मायने ये कतई नहीं हैं कि वे बदनावर से कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लड़ने जा रहे हैं। उनका कहना था कि अपनी जिंदगी का 80 फीसदी हिस्सा वे बीजेपी में गुजार चुके हैं। अब 70 साल की उम्र में पार्टी बदलने का उनका कोई इरादा नहीं है।
जनता में असंतोष भड़का तो विकट हो सकते हैं हालात।
शेखावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर अधिकारियों की मनमानी पर अंकुश नहीं लगाया गया तो जनता में असंतोष फैल सकता है और वो सड़कों पर भी उतर सकती है। प्रदेश सरकार को समय रहते इस पर ध्यान देना चाहिए।
शेखावत ने कैलाश विजयवर्गीय को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि वे अपनी बात पर कायम हैं और रहेंगे।उन्होंने स्वीकार किया कि बीजेपी बदलाव के दौर से गुजर रही है।