कोविड उपचार हेतु इंडेक्स अस्पताल में रिजर्व किए गए 800 बेड।
इंदौर : जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने रविवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज में बैठक बुलाकर इंदौर में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु किए गए इंतजामों और अस्पतालों में उपलब्ध बेड क्षमता की समीक्षा की। इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, डीआईजी मनीष कपूरिया, गौरव रणदिवे, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित और शासकीय अस्पतालों के अधीक्षक सहित अन्य चिकित्सकगण उपस्थित रहे।
बैठक में मंत्री तुलसी सिलावट ने एमवाय अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर से अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु पृथक से वार्ड रिजर्व करने के बारे में विस्तृत चर्चा की।
एमवायएच में 200-300 बेड होंगे आरक्षित।
एमवायएच अधीक्षक डॉ. ठाकुर ने बताया कि अस्पताल भवन की ऊपरी दो मंजिलों को पृथक से कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु रिजर्व किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टेंपरेरी पार्टीशन के माध्यम से कोविड संक्रमित एवं सामान्य मरीजों के अलग-अलग एंट्री और एग्जिट प्वाइंट अस्पताल भवन में बनाए जाएंगे। जिससे सामान्य मरीजों को कोरोना संक्रमण का खतरा ना रहे। इस प्रकार एमवाय अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु 200 से 300 बेड आरक्षित किए जा सकेंगे।
हर हाल में मरीज को मिले बेड।
मंत्री सिलावट ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट काल में हम सभी को अपनी पूरी क्षमता के साथ इसका सामना करना है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और चिकित्सकों को निर्देश दिए कि कोविड संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में बेड उपलब्ध कराया जाना हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।
चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में भी होगा कोविड के मरीजों का उपचार, इंडेक्स में बढ़ाए 800 बेड।
संभाग आयुक्त डॉ शर्मा ने बताया कि सोमवार से चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में भी कोविड संक्रमित मरीजों का उपचार शुरू किया जाएगा। इस चिकित्सालय में ऐसे मरीजों का उपचार किया जाएगा, जिन्हें ऑक्सीजन बेड की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए जिले में बेड क्षमता बढ़ाई गई है जिसके अंतर्गत इंडेक्स अस्पताल में 800 बेड आरक्षित किए गए हैं। इसी तरह मंगलवार तक अरविंदो अस्पताल में भी कोविड के उपचार हेतु 150 नए बेड उपलब्ध किए जाएंगे। उन्होंने उपस्थित अस्पताल अधीक्षक और चिकित्सकों को आश्वासन दिया कि कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु जिन भी संसाधनों की आवश्यकता होगी वह शासन और प्रशासन द्वारा उनको प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी को पूरी एकजुटता के साथ इस आपदा का सामना करना है। उन्होंने बताया कि जिले में अभी बेड एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता निरंतर रूप से बनी हुई है।
बेड उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों में बनाए गए ट्रायल रूम।
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ दीक्षित ने बताया कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधीन सभी अस्पतालों में ट्रायल रूम बनाए गए हैं। जैसे ही कोई कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में आता है, उसे तुरंत ही ट्रायल रूम में बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जाएगा। ट्रायल रूम के माध्यम से गंभीर स्थिति में आने वाले मरीजों का इलाज तात्कालिक रुप से प्रारंभ कर दिया जाएगा।