इंदौर : मप्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि इज औफ हेल्थ सर्विसेज के तहत प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, मेडिकल कॉलेजों में एनएमसी द्वारा अनुमोदित नए पाठ्यक्रमों को लागू करने और श्रेष्ठ डॉक्टरों के निर्माण पर काम कर रहे हैं। इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में आदर्श चिकित्सा सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं। मंत्री सारंग बुधवार शाम रेसीडेंसी कोठी में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
सुपर स्पेशलिटी व एमटीएच शीघ्र पूरीतरह काम करने लगेंगे।
मंत्री सारंग ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते सुपर स्पेशलिटी और एमटीएच अस्पतालों को प्रारम्भ करने में देरी हुई। अगले दो माह में दोनों अस्पतालों में वो सभी चिकित्सा सेवाएं मरीजों को मिलने लगेगी, जिनके लिए उन्हें बनाया गया है।
एमवायएच में लाई जा रही नई एंडोस्कोपी मशीन।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने कहा कि एमवायएच में नई एंडोस्कोपी मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। इसी के साथ पुरानी मशीन को भी शीघ्र दुरुस्त करवा लिया जाएगा ताकि उसका उपयोग किया जा सके।
5 जीनोम सिक्वेंसिंग मशीनें केंद्र से मिलेंगी।
कोरोना के नए वेरिएंट की जांच के लिए आवश्यक जीनोम सिक्वेंसिंग मशीनें केंद्र सरकार से मप्र को मिलने जा रही हैं, इसके अलावा 4 मशीनें प्रदेश सरकार खुद खरीदने जा रही हैं। ये मशीनें प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों को उपलब्ध कराई जाएंगी।
10 और मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी।
मंत्री सारंग ने बताया कि फिलहाल मध्यप्रदेश में 13 शासकीय मेडिकल कॉलेज हैं। 10 और मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी है। सरकार का प्रयास है कि अधिकांश जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएं।