ऑनलाइन निवेश करवाकर करोड़ों की ठगी करने वाली गैंग का एक और आरोपी गिरफ्तार

  
Last Updated:  March 31, 2024 " 06:59 pm"

पूर्व में दो आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार।

साढ़े चार लाख रुपए ठगी की शिकार महिला ने क्राइम ब्रांच को की थी शिकायत।

छोटे दुकानदारों के नाम से बैंकों में करंट अकाउंट खुलवाकर उसमें जमा करवाते थे ठगी की राशि।

इंदौर : TWG दी wine ग्रुप के माध्यम से ऑनलाइन wine(शराब) में इन्वेस्टमेंट कर कई गुना मुनाफा देने के नाम से करोड़ो रुपए की ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाला शातिर आरोपी, क्राइम ब्रांच इंदौर की कार्रवाई में पकड़ा गया।क्राइम ब्रांच द्वारा इस मामले में पूर्व में भी दो आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। आरोपी गैंग ने हजारों लोगों के साथ करोड़ों रुपए की ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया है।

ऐसे की जाती थी ऑनलाइन ठगी।

इंदौर की महिला फरियादी को व्हाट्सप पर Link भेजकर TWG दी wine ग्रुप में जोड़ा गया और ग्रुप में TWG की एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा गया एवं वेबसाइट की लिंक भेजी गई। महिला को झांसा दिया गया कि हमारे वाट्सअप ग्रुप के जरिए ऑनलाइन वाइन खरीदी जाती है। जो भी आपके द्वारा wine खरीदी जाएगी उसको विदेश में बेचकर दुगने रुपए मुनाफे के रूप में उन्हें दिए जाएंगे। महिला फरियादी द्वारा विश्वास कर 50 हजार रुपए इन्वेस्ट किए गए जिसमें संबंधित ठगों द्वारा कुछ प्रॉफिट दिया गया और झूठे विश्वास में लेकर फरियादी से 4 लाख 50 हजार रुपए इन्वेस्ट करवा लिए जिसका कोई रिटर्न नहीं दिया गया। महिला फरियादी द्वारा इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच को की गई।शिकायत की जांच क्राइम ब्रांच टीम द्वारा करते हुए पाया गया कि महिला फरियादी के साथ ऑनलाइन वाइन खरीदी करने और इसको विदेश में बेचने के नाम पर 4.5 लाख रुपए ऑनलाइन प्राप्त कर धोखाधड़ी
की गई। इसपर थाना अपराध शाखा इंदौर में अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 420, 409 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया था।

धोखाधड़ी के इस मामले में क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा पूर्व में आरोपी (1). अशोक मालवीय पिता पीरूलाल निवासी सुसनेर, आगर–मालवा(म. प्र).,(2). आदित्य पिता मुकेश बोडोतकर निवासी– निपानिया कांकड़, MR–road इंदौर को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि द वाइन ग्रुप में व्हाटसप के माध्यम से लोगों को जोड़कर उन्हें झूठे विश्वास में लेकर इन्वेस्टमेंट करवाया जाता है। शुरू में थोड़े इन्वेस्टमेंट में प्रॉफिट दिया जाता है। उसके बाद जब व्यक्ति बड़ा अमाउंट इन्वेस्ट करता है तो उसके साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया जाता है। उक्त दोनों आरोपी, ऑनलाइन ठग गैंग को बैंकों के करेंट अकाउंट उपलब्ध कराने का कार्य भी करते थे। अभी तक ठग गैंग को विभिन्न बैंकों के कई खाते उपलब्ध करा चुके थे।

उक्त प्रकरण में क्राइम ब्रांच इंदौर ने मालवा क्षेत्र में फ़र्ज़ी बैंक खाते उपलब्ध करवाने वाली गैंग के एक और साथी आरोपी (3). मानव उर्फ़ नरेश पिता रमेशचंद्र लोहार उम्र 29 वर्ष नि. परसुलिया रोड सुसनेर , आगर मालवा(म. प्र)को गिरफ्तार किया है। आरोपी द्वारा छोटी–छोटी दुकान वाले लोगों को रुपयों का लालच देकर उनके दुकानों के नाम पर करंट अकाउंट खुलवाकर उन खातों को ऐसे लोगों को उपलब्ध करा रहा था जो पूरे भारत देश में लोगों से ठगी करते हैं ।आरोपी के खातों में करोड़ो रुपए के ट्रांजेक्शन भी मिले हैं। जिसकी जांच एवं प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा की जा रही है।

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