स्थानीय रहवासियों ने लगाया आरोप।
संबंधित रसूखदारों ने आरोपों को बताया निराधार, बोले सड़क निर्माण के लिए पर्याप्त जगह है उपलब्ध।
इंदौर : मनीषपुरी को पूर्वी रिंग रोड से जोड़ने वाली सड़क के निर्माण में लंबे समय से पेंच फंसा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचने के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं हो पाने के लिए स्थानीय रहवासी कतिपय रसूखदारों को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनका कहना है कि क्षेत्र के राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर रसूखदारों ने सड़क पर ही कब्जा कर दीवारें उठा दी हैं। यही नहीं वे सड़क का अलाइनमेंट बदलने का दबाव भी नगर निगम के अधिकारियों पर बना रहे हैं ताकि उनका कुछ न बिगड़े पर हमारे घरों की जमीन सड़क में चली जाए।
निगम अधिकारी दबाव – प्रभाव के चलते नहीं कर रहे कार्रवाई।
सेंचुरी स्टेट, हर्ष नगर और टेलीफोन नगर के रहवासियों ने प्रेस वार्ता के जरिए इस मामले को उठाते हुए कहा कि लगभग 400 फीट लंबी इस सड़क का निर्माण पहले चरण में 40 फीट की चौड़ाई में किया जाना है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व तत्कालीन निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने हाई कोर्ट के 14 जून 2022 के आदेश के परिपालन में उक्त सड़क निर्माण में बाधक 105 पेड़ कटवाने के साथ भवनों के भी बाधक पोर्च, बाउंड्रीवॉल हटा दिए थे। सड़क निर्माण के लिए खुदाई कर काम भी शुरू कर दिया गया था इस बीच निगमायुक्त प्रतिभा पाल का तबादला हो गया और सड़क का निर्माण भी रोक दिया गया। नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते रसूखदारों ने फिर से सड़क और ड्रेनेज लाइन पर कब्जा कर बाउंड्रीवॉल व अन्य पक्का निर्माण कर लिया। इन रसूखदारों में अशोक डागा, जानकीलाल भैया का लड़का विष्णु, कुलभूषण मित्तल कुक्की व पाटीदार बंधु प्रमुख हैं। पूर्व पार्षद सुधीर देडगे भी इनके साथ हैं। रहवासियों का आरोप है कि कुलभूषण मित्तल कुक्की ने रिंग रोड की ओर मलबा डलवाकर रास्ता भी ब्लॉक कर दिया है। ये लोग हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी गए थे पर वहां इनकी याचिका खारिज हो गई थी। सड़क पर अतिक्रमण कर ये लोग हाई कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना कर रहे हैं। इनकी साजिश है की अलाइनमेंट में मनमाना बदलाव कर सड़क बनवाई जाए ताकि इनके अतिक्रमण बचे रहें और हमारे (पीड़ित पक्ष)मकानों का नुकसान हो।
रसूखदारों ने आरोपों को बताया निराधार।
उधर अशोक डागा और अन्य रसूखदारों ने उनके खिलाफ रहवासियों द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत ठहराया है।उनका दावा कि उन्होंने कोई अतिक्रमण नहीं किया है और न ही सड़क निर्माण में बाधक बन रहे हैं। शिकायत करने वाले लोग ही सड़क का निर्माण नहीं होने देना चाहते। हम सभी चाहते हैं कि 40 फीट चौड़ी रोड का निर्माण जल्द से जल्द हो। इसमें रहवासियों का नुकसान भी न्यूनतम होगा।