नीमा ट्रस्ट और आरोग्य भारती के बैनर तले रविवार, 20 अप्रैल को लता मंगेशकर सभागृह में होगा कार्यक्रम।
अब तक 28 हजार दिव्यांग (अस्थिबाधित) बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा कर चुके हैं डॉ. प्रमोद नीमा।
इंदौर : नीमा ट्रस्ट 1993 से विकलांगता निवारण में सक्रिय कार्य कर रहा है। ट्रस्ट के डॉ. प्रमोद नीमा ने पोलियो या जन्मजात अस्थिबाधित दिव्यांग बच्चों के एक या एक से अधिक बार सफल ऑपरेशन कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा किया है। दिव्यांगता से उबरकर उत्साह से परिपूर्ण जिंदगी जी रहे ऐसे 500 बच्चों द्वारा 20 अप्रैल 2025 रविवार को सुबह 10:30 बजे से लता मंगेशकर सभागार, स्कीम नं.97, वीआईपी परस्पर नगर, इन्दौर में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। आरोग्य भारती मालवा प्रांत एवं नीमा इंस्टिट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स एण्ड रिहेबिलिटेशन ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इन बच्चों में झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर, देपालपुर, सतवास, खातेगांव कन्नोद, खण्डवा, खरगोन, सेंधवा और इंदौर के बच्चे शामिल हैं। ये बच्चे आदिवासी नृत्य, एकल नृत्य, ग्रुप डांस, नाटक आदि की प्रस्तुति देंगे।
आरोग्य भारती मालवा प्रांत के कार्याध्यक्ष आयुर्वेदाचार्य लोकेश जोशी, डॉ. प्रमोद नीमा और कार्यक्रम प्रबंधक अमित जोशी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योगपति शिव सिंह मेहता करेंगे। सुहास हीरेमठ मुख्य वक्ता होंगे। आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ.अशोक कुमार, विभाग संघचालक, इंदौर डॉ. मुकेश मोढ, प्रांत सेवा प्रमुख मालवा प्रांत शैलेंद्र महाजन विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहेंगे।
अब तक 28 हजार अस्थिबाधित दिव्यांग बच्चों का ऑपरेशन कर चुके हैं डॉ. नीमा।
डॉक्टर प्रमोद नीमा ने बताया कि मध्य प्रदेश के वनवासी एवं सुदूर क्षेत्रों में निवासरत 28000 से अधिक आर्थिक रूप से अक्षम दिव्यांग बच्चों का 1993 से अबतक वे पूर्णतः निःशुल्क उपचार कर उन्हें दिव्यांग से दिव्य (सक्षम) बना चुके हैं। ऐसे बच्चों के लिए उन्होंने अपने यूनिक अस्पताल में कई बेड आरक्षित कर रखे हैं। आरोग्य भारती मालवा प्रांत और नीमा ट्रस्ट का यह अभियान निरंतर आगे बढ़ रहा है। ।
लोकेश जोशी और अमित जोशी ने बताया कि कार्यक्रम में विकलांगता निवारण से संबंधित किए जा रहे कार्यों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।