हमले के विरोध में सिख समाज ने किया संभागायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन।
हमले की घटना को बताया सिख समाज को बदनाम करने की साजिश।
कनाडा सरकार के खिलाफ की नारेबाजी।
दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा।
इंदौर : कनाडा के ब्रेम्पटन शहर में हिंदू महासभा के मंदिर पर हुए हमले के विरोध में इंदौर में सिख समाज ने लामबंद होकर संभागायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। आक्रोशित समाजजनों ने कनाडा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हमले के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस आशय का ज्ञापन भी राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया और आग्रह किया गया की भारत सरकार इस मुद्दे को कनाडा सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से उठाए। उनका कहना था कि यह हिंदू – सिखों को बांटने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है,जिसे पाकिस्तान हवा दे रहा है, लेकिन उसके नापाक मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।
मध्यप्रदेश सिख यूथ फोरम के बैनर तले किए गए इस प्रदर्शन में उपस्थित सिख समाज के लोगों ने तिरंगा हाथ में लेकर “भारत माता की जय , कनाडा सरकार मुर्दाबाद ,कनाडा सरकार होश में आओ, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करो ,भारतीयों को सुरक्षा प्रदान करो” जैसे नारे लगाये।
सिख गुरुओं ने इंसानियत व मानवता की रक्षा के लिए बलिदान दिया है।
मध्यप्रदेश सिख यूथ फोरम के अध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने बताया कि सभी जानते हैं सिख धर्म के गुरुओं ने धर्म की रक्षा की खातिर अपना बलिदान और कुर्बानियां दी है। मानवता, इंसानियत और परोपकार सिख धर्म का मूल संदेश है।जिन लोगों ने कनाडा में मंदिर पर हमले घटना को अंजाम दिया है, वह कभी सच्चे सिख नहीं हो सकते, वो असामाजिक तत्व हैं।
यह भारत को बांटने की पाकिस्तान की साजिश है।
सलूजा ने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से भारत को बांटने के षड्यंत्र में लगा हुआ है। कनाडा के ब्रेंपटन में मंदिर परिसर में घुसकर श्रद्धालुओं पर हमला करने की घटना इसी साजिश का हिस्सा है पर उसके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
आपदा के समय सेवा में सबसे आगे रहा है सिख समाज।
सलूजा के अनुसार सभी ने देखा है कि जब भी देश में या विश्व के किसी भी हिस्से पर कोई संकट आया है तो सिख समाज सबसे आगे बढ़कर दुखी ,पीड़ित की सेवा को तत्पर रहा है।चाहे लंगर के रूप में, चाहे दवाई के रूप में या अन्य सामग्री के रूप में।
सिख कभी भी हिंसक नहीं हो सकता। वह किसी के भी धार्मिक स्थल पर कभी हमला नहीं करता है।महिलाओं और बच्चों पर तो क़तई नहीं, हमला करने वाले लोग असामाजिक तत्व हैं , इसमें पाकिस्तान की गहरी साजिश है।
वह सिख समुदाय को बदनाम करने की साज़िश रच रहा है।
नरेंद्र सलूजा ने बताया कि राष्ट्रपति के नाम इंदौर के संभागायुक्त कार्यालय पर उपायुक्त सपना लोवंशी को ज्ञापन सौंपकर मांग की गई है कि भारत सरकार इस मामले में प्रभावी हस्तक्षेप करें और कनाडा सरकार को बाध्य करें कि वो हमले के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें, वहां रह रहे भारतीयों को सुरक्षा प्रदान करें और ऐसे असामाजिक तत्वों को संरक्षण देना बंद करें क्योंकि पिछले कुछ समय से कनाडा भारत विरोधियों की शरण स्थली बन गया है। इसको लेकर भारत सरकार को कड़ा विरोध दर्ज कराना चाहिये।
मध्यप्रदेश सिख यूथ फोरम के अध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने बताया कि इस प्रदर्शन में प्रमुख रूप से सिख समाज के वरिष्ठ त्रिलोचन सिंह वासु, अजीत सिंह नारंग, इंद्रजीत सिंह खनूजा, प्रितपाल सिंह भाटिया ,दानवीर सिंह छाबड़ा ,बंटू खनूजा,अमरजीत सिंह बग्गा, मनप्रीत होरा, एमपीएस अरोरा, कुलवंत सिंह छाबड़ा, रविंद्र सिंह माखीजा, प्रीतम लूथरा, चन्नी भाटिया, रिक्की गांधी,हरमीत सभरवाल, बंटी छाबड़ा, इकबाल भाटिया, मनी भाटिया, सन्नी भाटिया, भोला कलसी,पिंटू भाटिया,इंदर चावला,सोनू बग्गा, जगजीत खनूजा, जगजीत राजपाल, अमन नारंग, बॉबी भाटिया, मोनू छाबड़ा, मोनू चानना, रविंद्र सिंह टुटेजा, जगजीत चावला, बिन्नू नैयर, लाडी भाटिया, कमल अरोड़ा, परमजीत सलूजा, जसबीर अरोरा, रमन भाटिया, हरभजन राजपाल, गगन सलूजा, जसबीर अरोरा, जशन होरा, रॉकी सलूजा,ऋषि सलूजा सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित थे।