भोपाल: सीएम पद की शपथ लेते ही कमलनाथ ने किसानों की कर्ज माफी के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए। सीएम के बतौर अपनी पहली प्रेस वार्ता में खुद कमलनाथ ने ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकारी और सहकारी बैंकों से 31 मार्च 2018 के पहले लिया गया 2 लाख तक का कर्ज माफ किया गया है। सीएम कमलनाथ ने बताया कि सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हीं निवेशकों को दिया जाएगा जो मप्र के युवाओं को 70% रोजगार देंगे। कमलनाथ ने कन्या विवाह की राशि बढ़ाकर 51 हजार करने का ऐलान किया। इसी के साथ 4 नए गारमेंट पार्क विकसित करने की भी बात कही।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में प्रदेश के किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था। राहुल गांधी ने भी चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। सीएम बनते ही कमलनाथ ने ये वादा निभाया।
किसानों ने नही भरी कर्ज की किश्तें
कांग्रेस की किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा ही उसे सत्ता दिलाने में मददगार बनी। किसानों ने सरकार बनते ही 10 दिनों में कर्ज माफी के वादे पर भरोसा कर कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया।यही नहीं सरकारी और सहकारी बैंकों से लिये कर्ज की किश्तें चुकाना भी उन्होंने बंद कर दिया था। किसान अपनी फसल भी बेचने के लिए मंडी में नहीं ला रहे थे। उन्हें ये भय सता रहा था कि खाते में पैसा जमा होने पर कहीं बैंक लोन की किश्तें न काट ले।