इंदौर : तमाम प्रयासों के बाद भी इंदौर में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब इसे संयोग कहें या कुछ और लेकिन अपवाद स्वरूप एक- दो दिन छोड़कर प्रतिदिन 4 मौतें कोरोना से हो रहीं हैं। बुधवार 24 जून को भी इलाज के दौरान 4 मरीजों ने दम तोड़ दिया। ऐसे में देखा जाए तो मृत्यु दर के मामले में हम अभी भी मुम्बई से आगे हैं। इसी के साथ संक्रमण के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं।
46 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि।
सीएमएचओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को 1211 सैम्पल जांच हेतु भेजे गए। पेंडिंग सैम्पल के साथ कुल 1493 सैम्पल्स की जांच की गई। 1440 सैम्पल निगेटिव और 46 पॉजिटिव पाए गए। 1 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव निकला और 6 जांच योग्य नहीं होने से खारिज किए गए।
77 हजार सैम्पलों की हो चुकी है जांच।
इंदौर में आज दिनांक तक कुल 77 हजार 462 सैम्पल्स की जांच की गई है। इनमें से 4507 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अर्थात औसत 6 फीसदी से ज्यादा मरीज संक्रमण से ग्रसित मिले। राहत की बात ये है कि 74 फीसदी मरीज ठीक हो गए हैं।
4 फीसदी से ऊपर है मृत्यु दर..?
ये सही है कि बड़ी संख्या में मरीज ठीक हुए हैं लेकिन कड़वा सच ये भी है कि मृत्यु दर के मामले में हम सर्वाधिक संक्रमित मेट्रो शहर मुम्बई से आगे हैं। बुधवार को भी 4 मरीज कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवा बैठे। इन्हें मिलाकर अब तक 211 मरीज कोरोना की भेंट चढ़ चुके हैं। इसका औसत निकाला जाए तो करीब साढ़े चार फीसदी होता है। ये मृत्यु दर चिंता का सबब बनीं हुई है।
54 मरीज कोरोना से हुए मुक्त।
बुधवार को 54 मरीज कोरोना संक्रमण से बाहर आ गए। अब तक 3344 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। 952 का उपचार फिलहाल जारी है।