बंगलुरु: कर्नाटक में जेडीएस- कांग्रेस सरकार पर संकट गहरा गया है। दो निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। उनका कहना है कि वे सरकार में बदलाव चाहते हैं। उन्होंने बीजेपी को समर्थन देने का भी संकेत दिया। इसी के साथ सियासी शह और मात का खेल कर्नाटक में फिर शुरू हो गया है। एक- दूसरे पर विधायकों की खरीद- फरोख्त के आरोप लगाए जा रहे हैं।
कांग्रेस के 5 विधायक लापता..!
बताया जाता है कि कांग्रेस के 5 विधायक लापता हैं। उनके मुम्बई में होने और बीजेपी के संपर्क में होंने की बात कही जा रही है।
बीजेपी के विधायक गुरुग्राम पहुंचे..
उधर बीजेपी ने कर्नाटक से अपने सभी विधायकों को गुरुग्राम पहुंचा दिया है। उन्हें एक रिसॉर्ट में ठहराया गया है। पूर्व सीएम येदियुरप्पा भी उनके साथ हैं। रिसॉर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा की गई है। मीडिया को वहां जाने की मनाही है। बीजेपी को भी डर है कि जेडीएस उसके विधायकों पर डोरे डाल सकती है।
सरकार को खतरा नहीं- कुमारस्वामी
इस बीच सीएम कुमारस्वामी ने बयान जारी कर कहा है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने ऑपरेशन लोटस शुरू कर दिया है। उन्हें पता है कि हमारे विधायकों को तोड़ने के लिए किसतरह के प्रलोभन बीजेपी दे रही है।
बीजेपी ने खारिज किया खरीद- फरोख्त का आरोप
विपक्षी दल बीजेपी के नेता येदियुरप्पा ने सीएम कुमारस्वामी के आरोप को गलत बताते हुए दावा किया कि कुमारस्वामी उनके विधायकों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के विधायकों में असंतोष व्याप्त है। अच्छा होगा कि सीएम कुमारस्वामी उन्हें संभाले।
कांग्रेस के विधायक एकजुट
कांग्रेस के नेता शिवकुमार ने पार्टी के कुछ विधायकों के पाला बदलने की बात को अफवाह बताते हुए कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं। जो विधायक बाहर हैं वे छुट्टियां मनाने गए हैं।
आपको बता दें कि कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 104, कांग्रेस के79, जेडीएस के 37, निर्दलीय 2 और 1 बीएसपी का विधायक है। करीब 7 माह पहले जेडीएस और कांग्रेस ने मिलकर वहां सरकार बनाई थी।