कलाकारों के दमदार अभिनय से सजे नाटक सुखांत से हुई सानंद मराठी नाट्य स्पर्धा की शुरुआत

  
Last Updated:  August 4, 2024 " 10:41 am"

नटरंग उत्सव की प्रस्तुति सुखांत से अभिभूत हुए रसिक प्रेक्षक।

काबिले तारीफ रहा पंकज वागले का अभिनय और निर्देशन।

इंदौर : सानंद की 19 वी मराठी नाट्य स्पर्धा का आगाज़ शनिवार को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खंडवा रोड स्थित ऑडिटोरियम में इंदौर की शौकिया रंगकर्म संस्था नटरंग उत्सव द्वारा प्रस्तुत नाटक ‘सुखांत’ से हुआ। पंकज वागले द्वारा अभिनीत और निर्देशित इस नाटक ने दर्शकों को अभिभूत कर दिया। नाटक में आजकल के युवाओं की करियर केंद्रित मनोवृत्ति और खुद को फोकस में रखने की स्वार्थी प्रवृत्ति को दर्शाया गया। नाटक यह भी बताता गया कि खून के रिश्तों से प्रेम और विश्वास का रिश्ता कहीं अधिक मजबूत होता है।

नटरंग उत्सव की प्रस्तुति हमेशा प्रत्येक श्रेणी के पुरस्कार में अपनी मजबूत दावेदारी पेश करती है।। इस बार भी पंकज वागले की टीम ने अवॉर्ड विनिंग परफॉर्मेंस दिया है। सभी कलाकार और बैक स्टेज आर्टिस्ट्स प्रभावित करते हैं। खासतौर पर निवेदिता वागले, अपर्णा सानप, पीयूष केंदूरकर और अमोल श्रीखंडे दर्शकों की तालियां बटोरते हैं।

ये था नाटक का कथानक ।

एक प्रतिष्ठित बैंक के उच्च पद से सेवानिवृत हुए आशीष किर्लोस्कर उनकी पत्नी लता किर्लोस्कर के साथ मुंबई के चर्चगेट में एक आलीशान बिल्डिंग में रहते हैं। लता किर्लोस्कर मतिमंद बच्चों के स्कूल में संचालक के पद पर कार्यरत है। आशीष और लता का इकलौता बेटा अक्षय सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। एक दिन अक्षय एक लड़की को जिसका नाम ग्रेस डिमोलो है अपने मम्मी – पापा से मिलवाने घर लाता है। ग्रेस डिमोलो एक अनाथ लड़की है और वर्ल्ड न्यूज़ चैनल में न्यूज़ एंकर है। अक्षय अपने मम्मी पापा को बताता है कि वो और ग्रेस जल्द ही शादी करने वाले हैं। तभी अक्षय को अमेरिका में हायर स्टडीज के लिए स्कॉलरशिप का ऑफर आता है और अक्षय और ग्रेस की शादी की डेट 3 साल आगे बढ़ जाती है।आशीष और लता ग्रेस को कहते हैं कि जब तक अक्षय वापस नहीं आता,तब तक तुम हमारे साथ हमारे घर में रहो।ग्रेस इस बात के लिए तैयार हो जाती है। एक दिन अचानक अमेरिका से अक्षय का फोन आता है कि उसने अमेरिका में एक मेक्सिकन लड़की से शादी कर ली है। आशीष और लता को यह सुनकर झटका लगता है। ग्रेस आने के बाद उनसे कहती है कि उसे उसकी सहेली से पता चल गया है कि अक्षय ने शादी कर ली है।कुछ दिन बाद आशीष की तबीयत खराब होने लगती है। उसको ट्यूमर का पता चलता है। युवा डॉक्टर संजय पुराणिक आशीष का इलाज करने घर आते हैं। इधर ग्रेस अक्षय के मम्मी पापा को कहती कि अब अक्षय और मेरा कोई संबंध नहीं रहा है।इसलिए अब वो यह घर छोड़कर वापस वसई अपनी मौसी के घर जा रही है, लेकिन बीच-बीच में वो पापा यानी आशीष की तबीयत देखने आती रहेगी।
आशीष के ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर संजय और ग्रेस की नजदीकियां हो जाती है। एक दिन डॉ संजय ग्रेस के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखता है। आशीष और लता ग्रेस को इसकी अनुमति देते हैं। अचानक कहानी में ट्विस्ट आता है। अब अक्षय अमेरिका से लौट चुका है। उसकी शादी टूट चुकी है। ऐसे में वो फिर से ग्रेस से शादी करना चाहता है, लेकिन अब ग्रेस इनकार कर देती है। आशीष और लता भी अक्षय पर नाराज होते हैं और उसे घर से निकाल देते हैं। नाटक के क्लाइमेक्स में लता और आशीष अपनी बेटी की तरह ग्रेस की शादी डॉक्टर संजय से करते हैं। इस तरह नाटक का सुखांत होता है।

ये थे किरदार निभाने वाले कलाकार ।

आशीष किर्लोस्कर – पंकज वागले
लता किर्लोस्कर – निवेदिता वागले
अक्षय – डॉक्टर पीयूष केंदूरकर
डॉक्टर संजय पुराणिक – अमोल श्रीखंडे,ग्रेस डिमोलो – अपर्णा सानप

निर्देशन – पंकज वागले, ध्वनि संकलन – किरण चित्रे, नेपथ्य योजना – निकुंज जायसवाल,
प्रकाश योजना – प्रमोद रिसबुड
रंगभूषा – राखी श्रीखंडे, वेशभूषा – जाह्नवी वाइकर ।

दीप प्रज्वलन से नाट्य स्पर्धा की शुरुआत ।

सानंद न्यास के अध्यक्ष जयंत भिसे और मानद सचिव संजीव वावीकर ने बताया कि सानंद की 19 वीं नाट्य स्पर्धा की शुरुआत मुख्य अतिथि मोयरा ग्रुप के डायरेक्टर संदीप जैन एवं विनोद निमाडिया ने दीप प्रज्वलन से की। सूत्र संचालन सानंद मित्र अदिती मुळे एवं वृष्टि संत ने किया। आभार जयंत भिसे ने माना। इस अवसर पर नाट्य स्पर्धा के कार्याध्यक्ष अनिरुद्ध नागपुरकर और ध्रुव देखणे भी मौजूद थे।

रविवार को अहिल्या नाट्य मंडल की प्रस्तुति।

रविवार 4 अगस्त को इंदौर की संस्था अहिल्या नाट्य मंडल नाटक कैकई का मंचन करेगी।नाटक शाम 7:00 बजे से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खंडवा रोड स्थित ऑडिटोरियम में होगा। इस नाटक का निर्देशन सुनील मटकर ने किया है, जबकि लेखिका ललिता बापट हैं।

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