इंदौर : धार्मिक आयोजनों को अनुमति देने की मांग को लेकर निकाली गई कांग्रेस की रैली पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करने के साथ बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा। दरअसल, कलेक्टर कार्यालय पर रैली को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करने के साथ लाठियां भी भांजी।
काले कपड़े पहनकर निकाली थी रैली।
पूर्व घोषणा के अनुसार शहर के विभिन्न हिस्सों से कांग्रेस कार्यकर्ता राजवाड़ा पर एकत्रित हुए थे। बड़ी संख्या ऐसे कार्यकर्ताओं की भी थी जो शासन- प्रशासन के रवैए के विरोध स्वरूप काले कपड़े पहने हुए थे। कुछ कार्यकर्ता भगवा ड्रेसअप में भी दिखाई दिए। कांग्रेस की इंदौर प्रभारी विजयालक्ष्मी साधौ, विधायक जीतू पटवारी, विशाल पटेल, संजय शुक्ला और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल की अगुवाई में राजवाड़ा से ये रैली कलेक्टर कार्यालय पहुंची। हालांकि इसे मौन रैली कहा गया था लेकिन मंचों और वाहनों से लगातार माइक के जरिए उद्घोषणाएं की जा रही थीं। कार्यकर्ता हाथों में पार्टी के झंडों के साथ नारे लिखी तख्तियां भी लिए हुए थे, जिनमें धार्मिक त्योहार मनाने की अनुमति देने की मांग की गई थी। कांग्रेसी नेताओं का कहना था कि बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्राओं को अनुमति दी जा रही है तो धार्मिक त्योहार मनाने पर रोक क्यों है। उन्हें भी मनाने की अनुमति दी जाए। शासन- प्रशासन इस मामले में दोहरा मापदंड अपना रहा है।
बेरिकेडिंग तोड़ने का किया प्रयास।
रैली कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचने के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे, इस पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर कांग्रेसियों को खदेड़ने की कोशिश की पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा। इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने लाठियां भांजी और भीड़ को खदेड़ा। इसमें चिंटू चौकसे सहित कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें भी आई। हालांकि पुलिस हालात पर काबू पाने में नाकाम रही। कांग्रेसी नेता विजयालक्ष्मी साधौ और जीतू पटवारी बैरिकेड्स पर ही खड़े हो गए और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला।