इंदौर : प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने राजनीतिक सदाशयता और सकारात्मक राजनीति का जो उदाहरण पेश किया है, उसकी शहर ही नहीं प्रदेश और देश में भी चर्चा है।
पौधरोपण अभियान का निमंत्रण देने कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे विजवर्गीय।
दरअसल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर शहर व जिले में 51 लाख पौधे रोपने का महाभियान हाथ में लिया है। इसके तहत रविवार, 14 जुलाई को रेवती रेंज की पहाड़ी पर 11 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य तय किया है। यह एक विश्व कीर्तिमान भी बनने जा रहा है जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज होगा। इसी अभियान से कांग्रेसजनों को भी जोड़ने की पहल करते हुए कैलाश विजयवर्गीय शुक्रवार शाम प्रिंस यशवंत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंच गए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा भी उनके साथ थे। कांग्रेस के नेता कैलाश विजयवर्गीय को अपने बीच पाकर सुखद आश्चर्य से भर गए। शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र यादव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, राजेश चौकसे, गिरधर नागर,विवेक खंडेलवाल सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने मंत्री विजयवर्गीय और उनके साथ आए बीजेपी नेताओं का आत्मीय स्वागत किया।
रेवती रेंज पर पौधरोपण का दिया निमंत्रण।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेसजनो को रेवती रेंज पर 14 जुलाई को आयोजित वृहद पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए एक स्थान चिन्हित किया जाएगा, जहां कांग्रेसजन पौधे रोप सकेंगे। कांग्रेस चाहे तो उस हिस्से को गांधी वन नाम भी दिया जा सकता है। मंत्री विजयवर्गीय के निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने आश्वस्त किया कि कांग्रेसजन शहरहित से जुड़े इस अभियान में अवश्य शिरकत करेंगे।
विजिस्टर्स बुक में करवाए हस्ताक्षर।
कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में पधारें कैलाश विजयवर्गीय और अन्य बीजेपी नेताओं से परंपरा के अनुरूप विजिटर्स बुक में हस्ताक्षर भी करवाए गए। इस दौरान मंत्री विजयवर्गीय ने चुटकी लेते हुए कहा भी कि हस्ताक्षर करवाकर यह प्रचारित मत कीजिएगा की हमने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। इसपर जमकर ठहाके लगे।
कांग्रेस कार्यालय के लिए उठी जमीन की मांग।
इस दौरान अनौपचारिक बातचीत का दौर भी चला। कैलाश विजयवर्गीय ने पुराने किस्से सुनाए और बताया कि वे चार दशक पूर्व कांग्रेस नेता महेश जोशी से मिलने कांग्रेस कार्यालय आए थे।इस बीच कांग्रेस कार्यालय के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग भी उठी। मंत्री विजयवर्गीय ने इससे सहमति जताई और रियायती दरों पर जमीन आवंटित करने का आश्वासन दिया।
बहरहाल, करीब दो घंटे की इस मेल मुलाकात के बाद मंत्री विजयवर्गीय साथी बीजेपी नेताओं सहित कांग्रेस कार्यालय से निकल गए पर बदलते दौर में उनकी इस सकारात्मक पहल ने विचार भिन्नता के बावजूद राजनीतिक शुचिता और रिश्ते कैसे होने चाहिए, इसका सबक आज के राजनेताओं को अवश्य दे दिया।