कुसुमांजलि के जरिए मराठी कवि कुसुमाग्रज को किया गया याद, विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं को किया गया पुरस्कृत

  
Last Updated:  March 2, 2021 " 09:28 pm"

इंदौर : संस्था मुक्त संवाद द्वारा मराठी राजभाषा दिवस के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम “कुसुमांजलि” का आयोजन रीगल चौराहा स्थित प्रीतमलाल दुआ सभागृह में किया गया | कार्यक्रम में मराठी के शीर्षस्थ कवि कुसुमाग्रज को उनके ही लिखे गीत , कविता और नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से आदरांजलि दी गई | कार्यक्रम में मुक्त संवाद द्वारा आयोजित विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया | विजेता लेखकों और बाल कलाकारों का उत्साहवर्द्धन करने सभागृह में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई महाजन के साथ बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे |
मुक्त संवाद की अध्यक्ष स्नेहल महाजन और मोहन रेड्गांवाकर ने बताया कि मराठी के अग्रज कवि कुसुमाग्रज के जन्मदिवस को मराठी राजभाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है | मुक्त संवाद द्वारा आयोजित कार्यक्रम के पहले चरण में संस्था द्वारा आयोजित बाल एकांकी नाट्य लेखन स्पर्धा के विजेताओं को पुरस्कार दिए गए | मुख्य अतिथि म प्र वित्त निगम की मेनेजिंग डायरेक्टर स्मिता भारद्वाज और समाजसेवी नरेंद्र फणसे के हाथों पुरस्कार वितरित किए गए | ठाणे मुम्बई के मकरंद जोशी ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया वे इसे ग्रहण करने के लिए उपस्थित थे | मकरंद जोशी नाट्य कलाकार और नाट्य लेखक हैं और मुम्बई में अनेक नाटकों में काम कर चुके हैं | उन्होंने सुझाव दिया की स्पर्धा में प्राप्त सभी नाट्य एकांकी को पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाए ताकि बच्चों को लेखन के लिए अच्छी एकांकी उपलब्ध हो सके | संस्था द्वारा बच्चों को नाट्य कला में प्रोत्साहित करने हेतु नाट्य छटा स्पर्धा भी आयोजित की गयी थी जिसके विजेता बाल कलाकारों को भी कार्यक्रम में पुरस्कृत किया गया | स्पर्धा में विजेता रहे बाल कलाकारों ने नाट्य छटा का प्रदर्शन भी उपस्थित दर्शकों के समक्ष किया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में कवि कुसुमाग्रज द्वारा लिखित चुनिन्दा कविता , नाटक ,और गीतों की प्रस्तुतियां हुई | गौतम काले और उनके शिष्य यश फपुनकर , सार्थक संगमनेरकर और तन्मय बोबडे ने कुसुमाग्रज के लिखे नाट्य गीतों और कविताओं की सुरमई प्रस्तुति दी। वरिष्ठ नाट्यकर्मी श्रीराम जोग ने कुसुमाग्रज के लिखे नाटक “महंत” से चुने हुए अंश का वाचन किया।| सीमा भिसे और श्रुतिका जोग कलमकर ने कविताओं का वाचन किया | कार्यक्रम में तबले पर संगत सारंग लासुरकर और हारमोनियम पर हर्षद शेवगांवकर ने की।
प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत मोहन रेडगांवकर, मदन बोबडे और सुरेश दर्शनी ने किया।संचालन सुषमा जोशी ने किया।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *