इंदौर : मप्र के मुख्य सचिव एसआर मोहंती सोमवार को इंदौर के दौरे पर थे। जिले व संभाग के अधिकारियों के साथ बाढ़ के हालात की समीक्षा करने के बाद वे इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने वर्षाजनित हादसों और बाढ़ के हालात से निपटने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी। बीते 15 दिनों में भारी बारिश होने से हालात ज्यादा खराब हुए। उनका कहना था की प्रदेश में औसत से 33 फीसदी अधिक बारिश हुई है। मंदसौर, नीमच, आगर मालवा, रतलाम और भिंड, मुरैना व श्योपुरकला बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित हैं। इन सभी जिलों में राहत व बचाव कार्य जोर- शोर से जारी हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है। भिंड, मुरैना में बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है। हजारों लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। उनके भोजन पानी और दवाई की व्यवस्था की गई है। स्वयंसेवी संगठन भी इस काम में हाथ बंटा रहे हैं।
10 हजार करोड़ का नुकसान।
मुख्य सचिव मोहंती ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में नुकसान का प्रारंभिक आकलन कर लिया गया है। फसलों को 8 हजार करोड़ और सड़कों व अन्य चल- अचल संपत्ति को 2 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। इसतरह कुल 10 हजार करोड़ के नुकसान का की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।
केंद्रीय अध्ययन दल को सौपेंगे रिपोर्ट।
मुख्य सचिव श्री मोहंती ने बताया कि 19- 20 सितंबर को केंद्रीय दल बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने प्रदेश के दौरे पर आएगा। उसे फसलों व संपत्ति को हुए नुकसान की रिपोर्ट सौपकर अधिकाधिक सहायता की मांग की जाएगी। मुख्य सचिव ने दावा किया कि आगामी 15 दिनों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के परिणाम दिखने शुरू हो जाएंगे। पीड़ितों को समुचित राहत प्रदान की जाएगी।
गांधी सागर बांध पूरीतरह सुरक्षित।
मंदसौर स्थित गांधीसागर बांध को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर मुख्य सचिव श्री मोहंती ने ध्यान नहीं देने की अपील की। उनका कहना था कि बांध पूरीतरह सुरक्षित है। उसे कोई खतरा नहीं है। बारिश थमते ही पानी की आवक कम होने के साथ बांध का जलस्तर भी कम हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अगस्त माह में ही गांधीसागर सहित अन्य बड़े बांधों के गेट खोल दिये गए थे ताकि अतिरिक्त पानी निकलता रहे।
किसान फसल बीमा का लाभ लें।
मुख्य सचिव ने बताया कि 31 लाख किसानों ने फसल बीमा कराया है। उसका 509 करोड़ रुपए प्रीमियम सरकार भर रही है। ऐसे सभी किसानों को बीमें का लाभ मिलेगा।
बारिश थमते ही शुरू हो जाएगी सड़कों की मरम्मत।
श्री मोहंती ने भारी बारिश से खराब हुई सड़कों की मरम्मत जल्द शुरू करने की बात कही। उनका कहना था बारिश थमते ही सड़क दुरुस्ती का काम युद्ध स्तर पर किया जाएगा। हमने पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने इंदौर- खंडवा हाइवे की मरम्मत को प्राथमिकता देने की बात कही।