इंदौर : सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर सहित पूरे मालवा और निमाड़ में सोयाबीन की फसल बर्बाद होने और किसानों को राहत देने का मुद्दा संसद में उठाया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल इंदौर भेजा है। इस दल में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
अधिकारियों से सांसद शंकर लालवानी ने किसानों के साथ मुलाकात की और तीन प्रमुख मांगे रखी-
- इंदौर को आपदाग्रस्त ज़िला घोषित किया जाए।
- किसानों को खराब फसलों का जल्द मुआवजा दिया जाए।
- ऋण वसूली अगली फसल तक रोकी जाए।
सांसद शंकर लालवानी ने अधिकारियों से कहा कि सोयाबीन, मुंग, उड़द, मिर्ची, कपास आदि फसलें नष्ट हुई हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। सांसद लालवानी के साथ किसान मोर्चे के अध्यक्ष जीवनसिंह गहलोत भी मौजूद थे।
सांसद लालवानी ने अधिकारियों से मुलाकात के बाद कहा कि ‘मैन ये मुद्दा लोकसभा में उठाया था और किसानों की स्थिति पूरे देश को बताई थी। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषिमंत्री नरेंद्र तोमर जी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इंदौर के किसानों को सहायता देने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को यहां भेजा है।’
इससे पहले केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों ने सांवेर और आसपास के कई क्षेत्रों में खेतों का दौरा कर किसानों से बात की। किसानों ने अधिकारियों को पीले मोजक और अतिवृष्टि से फसल को हुए नुकसान के बारे में बताया। केंद्रीय अधिकारियों का दल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करेगा।