इंदौर : संसद में पेश किए गए 2022- 23 के केंद्रीय बजट को लेकर प्रतिक्रियाएं मिलना शुरू हो गई हैं।
कॉर्पोरेट्स, किसानों के लिए अच्छा, मिडिल क्लास के लिए निराशाजनक।
वरिष्ठ पत्रकार जयदीप कर्णिक ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट कॉर्पोरेट्स और किसानों के लिए तो अच्छा है पर मध्यम वर्ग के लिए निराशाजनक है। कोरोना की मार से आहत नौकरीपेशा मध्यमवर्ग को बजट से राहत मिलने की उम्मीद थी पर वित्तमंत्री ने उन्हें धन्यवाद के अलावा कुछ नहीं दिया। कारपोरेट टैक्स में कमीं करने के साथ उसकी सीमा 1 से बढ़ाकर 10 करोड़ कर सरकार ने कॉर्पोरेट्स को तोहफा दिया है। किसानों के लिए 2.37 लाख करोड़ का प्रावधान कर उन्हें साधने का प्रयास किया गया है।
क्रिप्टो करेंसी से आय पर टैक्स, उसकी वैधता पर मुहर..?
जयदीप जी ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी से आय पर बजट में 30 फीसदी टैक्स तो लगा दिया गया है, पर क्या सरकार उसे वैधता प्रदान करने जा रही है, ये अभी स्पष्ट नहीं है। आरबीआई के जरिए डिजिटल करेंसी लाने का एलान डिजिटल इंडिया की ओर एक कदम है। अभी सरकार ने क्रिप्टो करन्सी को वैध करने को लेकर कोई घोषणा नहीं की है, केवल टैक्स लगाया है। क्रिप्टो में होने वाली आमदनी पर 30 प्रतिशत टैक्स देना होगा। क्रिप्टो के घाटे को कहीं और समायोजित नहीं किया जा सकेगा। घाटा अगले वित्त वर्ष में भी नहीं ले जाया जा सकता। साथ ही क्रिप्टो में पैसा ट्रांसफर करने पर 1 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
60 लाख नौकरियां मिलेंगी पर किसे और कहाँ?
जयदीप कर्णिक के मुताबिक बजट में सरकार ने 5 साल में 60 लाख नौकरियां देने की बात कही है पर ये नौकरियां कैसे, कब और किन क्षेत्रों में मिलेंगी, इसका खुलासा नहीं किया गया है। इसी तरह अगले 1 साल में 80 लाख घर उपलब्ध कराने का वादा कैसे पूरा होगा, स्पष्ट नहीं है।
जयदीप जी ने रक्षा के अनुसंधान के बजट से 25 फीसदी राशि निजी क्षेत्र के लिए आवंटित करने के प्रावधान और बच्चों के लिए शैक्षिक चैनल 100 से बढ़ाकर 200 करने की घोषणा को सकारात्मक बताया।
कुछ वस्तुओं के सस्ता, महंगा करने पर जयदीप जी का कहना था कि ज्यादातर वस्तुएं अब जीएसटी के दायरे में आ गई हैं, ऐसे में बजट प्रावधानों में सस्ता, महंगा होने का विशेष औचित्य नहीं रह जाता, बावजूद इसके कपड़े, मोबाइल, चार्जर,चमड़े का सामान, खेती के उपकरण सस्ते किया गए हैं, जिनका कुछ हद तक लाभ लोगों को मिलेगा।