पहले से थी दीवारों पर लिखावट।
आयोजन से पहले दो सप्ताह तक करवाई थी स्कूल भवन और परिसर की सफाई।
हैलोवीन थीम पार्टी के आयोजकों ने किया दावा।
इंदौर : ओल्ड केईएम स्कूल में हैलोवीन थीम पर पार्टी करने वाले जैन सोश्यल ग्रुप, एलिगेंट ने डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज को भेजे अपने जवाब में उन पर लगे आरोपों को नकारते हुए कई खुलासे किए है। संस्था पदाधिकारियों का कहना है कि केईएम स्कूल की दीवारों पर लिखावट पहले से विद्यमान थी। ये आरोप गलत है की उन्होंने दीवारों पर स्लोगन लिखे। उनका कहना था कि आयोजन से पहले उन्होंने स्कूल भवन और परिसर में सफाई अभियान चलाया था। बारिश की वजह से पार्टी में 150 में से 75 सदस्य ही पहुंचे थे। इन मेंबर्स को 20 – 20 के समूह में केईएम स्कूल का अवलोकन करवाया गया था। यहां तक की डीन के कहने पर परिसर में भोजन के लिए लगाया टेंट भी हटा दिया गया था।
बताया जाता है कि जैन सोश्यल ग्रुप, एलिगेंट ने एक माह पूर्व लिखित आवेदन पेश कर डीन डॉ. संजय दीक्षित से केईएम स्कूल भवन में क्लब की सांस्कृतिक और मनोरंजन गतिविधि के लिए अनुमति मांगी थी। बताया जाता है कि 14 सितंबर को आवेदन के बाद डीन ने ही सब इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी, एमजीएम सेक्शन के साथ आयोजकों का दौरा निर्धारित करवाया।लिखित में यह तय हुआ कि बिल्डिंग की कमजोर हालत को देखते हुए एक बार में पहली मंजिल पर पांच और तल मंजिल पर बीस मेंबर्स जा सकेंगे।
दो सप्ताह तक भवन और परिसर की करवाई सफाई।
आयोजकों ने बताया कि इस सहमति के बाद उन्होंने दो सप्ताह तक स्कूल बिल्डिंग और परिसर की सफाई करवाई। सफाई से पहले स्कूल भवन बाहर और भीतर से पैर रखने लायक नहीं था। बाहर परिसर में गंदगी के ढेर, कंटीली झाड़िया, खाली बोतलें पड़ी थीं।भवन के भीतर भी धूल मिट्टी का अम्बार था जिसे जेसीबी और निजी सफाईकर्मियों से साफ़ करवाया गया।
आयोजकों के मुताबिक उन्हें डीन द्वारा आयोजन की मौखिक अनुमति मिली थी।13 अक्टूबर को कहा गया कि आप स्कूल के बाहर परिसर में संध्या भोजन के लिए इंतजाम न करें। डीन ने ही भोजन का इंतज़ाम अपने बंगले के परिसर में कर लेने को कहा। बाद में यहीं एक छोटे से स्थान पर कुछ सदस्यों ने भोजन किया।
आयोजकों के मुताबिक उन्होंने निर्धारित संख्या के अनुसार ही चार ग्रुप बनाकर 20-20 मेंबर्स को स्कूल बिल्डिंग का दौरा करवाया। बारिश की वजह से वैसे ही आयोजन और भोजन अस्त-व्यस्त रहा और कई मेंबर्स जल्द ही वापस लौट गए।
स्कूल की दीवारों पर लिखावट की बात गलत।
आयोजकों ने सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके द्वारा स्कूल बिल्डिंग की दीवारों पर कोई स्प्रे या लिखावट नहीं की गईं है। यह सभी लिखावट महीनों पुरानी है जिसके प्रमाण उन्होंने डीन को दिए हैं। सब इंजीनियर के दौरे और सफाई कराते वक़्त भी यह लिखावट मौजूद थी। उन्होंने आयोजन से पहले लिए गए फोटो भी जवाब के साथ पेश किए हैं।
आयोजकों ने साफ़ किया कि उन्होंने किसी भी तरह से अनुमति और स्कूल बिल्डिंग का दुरूपयोग नहीं किया है फिर भी अनजाने में किसी को असुविधा हुई है तो वे क्षमा प्रार्थी हैं।