सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में इंदौर जिले को बनाएं अव्वल

  
Last Updated:  April 11, 2023 " 12:39 am"

विकासात्मक गतिविधियों और विकास कार्यों के लिए सभी विभाग पूर्ण समन्वय के साथ कार्य करें।

कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी की अध्यक्षता में समय-सीमा के पत्रों के निराकरण (टीएल) की बैठक संपन्न।

इंदौर : कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्देश दिए हैं कि सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण में इंदौर जिले को अव्वल बनाया जाए। इसके लिए सभी अधिकारी इस सप्ताह सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण पर फोकस करते हुए कार्य करें। प्रकरणों के निराकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।इंदौर जिला वर्तमान में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में प्रदेश के सर्वोच्च पांच जिलों में शामिल है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि थोड़े और गंभीरता से प्रयास किए जाएं तो जिला निश्चित ही अव्वल स्थान पर रहेगा।

कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी की अध्यक्षता में समय-सीमा के पत्रों के निराकरण (टीएल) की बैठक संपन्न हुयी। बैठक में अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा, अभय बेड़ेकर, सपना लोवंशी, आर.एस. मण्डलोई और जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी वंदना शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण की विभागवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान प्रकरणों के निराकरण में उदासीनता पाए जाने पर सामाजिक न्याय विभाग की संयुक्त संचालक, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए सूक्ष्म कार्य योजना तैयार कर लें। लक्ष्य प्राप्त होते ही उसे पूरा करने की कार्रवाई तुरंत शुरू कर दी जाए। उन्होंने जिले में आपदा प्रबंधन की कार्य योजना पर भी चर्चा की। अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने विभाग से संबंधित आपदा प्रबंधन कार्य योजना को अपडेट कर लें। निर्धारित पोर्टल पर उसकी जानकारी दर्ज कर दी जाए। उन्होंने कहा कि अब हर सप्ताह टीएल बैठक में इस संबंध में चर्चा की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे एमएलसी और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करें।कलेक्टर ने कहा कि विकासात्मक गतिविधियों और विकास कार्यों के लिए सभी विभाग पूर्ण समन्वय के साथ कार्य करें। अंतरविभागीय समन्वय के लिए जिले में विशेष व्यवस्था लागू की गयी है। इसके तहत कोई भी अधिकारी ऐसी समस्या जो अन्य विभाग से संबंधित है, के बारे में गूगल शीट में जानकारी दर्ज कर सकते हैं। इसमें निराकरण की जानकारी भी दर्ज रहेगी, इसके आधार पर साप्ताहिक समीक्षा भी होगी। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि संजीवनी केंद्र के भवन निर्माण कार्य को गति प्रदान की जाए। जहां कार्य शुरू हो गए हैं वहां गुणवत्ता के साथ निर्माण शीघ्र पूरे हो। जिन केंद्रों का भवन निर्माण अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है वह कार्य शीघ्र प्रारंभ किए जाएं।

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