इंदौर: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी पंकज संघवी इस बार अपने दामन पर लगे हार के दाग को धोने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। वे हर उस व्यक्ति, समाज और संगठन तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं जो उनकी जीत में सहायक हो।
एक मई को मजदूर दिवस पर इंटक द्वारा आयोजित श्रमिक सम्मेलन में उन्होंने शिरकत की और मजदूरों के हितों की लड़ाई लड़ने में उनका साथ देने की बात कही। संघवी ने अपनी ओर से मजदूरों को पूरे सहयोग का भी आश्वासन दिया।
कैलाशजी- मेंदोला पर साधा निशाना।
सम्मेलन में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी ने भी शिरकत की। मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि एक समय श्रमिक क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था पर बीजेपी ने झूठे सपने दिखाकर श्रमिकों को बरगला दिया। उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा। मंत्री वर्मा ने दोनों को पाखंडी बताते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने श्रमिकों खासकर हुकुमचंद मिल के मजदूरों के साथ छलावा किया। सज्जन वर्मा ने सुमित्रा ताई पर भी मजदूरों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि 6 माह में हुकुमचंद और राजकुमार मिल के श्रमिकों के साथ कांग्रेस की सरकार इंसाफ करेगी। सम्मेलन में मंत्री जीतू पटवारी ने भी अपनी बात रखी।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टण्डन, कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, प्रदेश सचिव राजेश चौकसे, मोहन सेंगर और चिंटू चौकसे सहित कई कांग्रेसी नेता, कार्यकर्ता और श्रमिक सम्मेलन में मौजूद रहे।
मंच पर नहीं गए संघवी।
कांग्रेस के प्रत्याशी पंकज संघवी ने सम्मेलन को संबोधित जरूर किया पर आचार संहिता के भय से वे मंच पर नहीं गए। नीचे पहली पंक्ति में कार्यकर्ताओं के साथ ही वे बैठे रहे।