इंदौर : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश भर में सतर्कता बढा दी गई है। कोरोना से बचाव और सावधानी बरतने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इंदौर में भी विदेश और अन्य राज्यों से आनेवाले यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए कोरोना की पहचान, उपचार, बचाव और रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए सांसद शंकर लालवानी ने रेसीडेंसी कोठी में रविवार को बैठक बुलाई। बैठक में जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया, मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल, एमवायएच के अधीक्षक डॉ.पीएस ठाकुर, एयरपोर्ट डायरेक्टर अर्यमा सान्याल, निगमायुक्त आशीष सिंह, सांसद प्रतिनिधि कृष्णकांत रोकड़े और रेलवे व निजी बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने कोरोना वायरस से निपटने और उसकी रोकथाम के लिए किए गए उपायों की जानकारी दी।
विमानतल निदेशक अर्यमा सान्याल ने कहा कि विमानतल परिसर के अंदर व बाहर साफ- सफाई का खास ध्यान रखा जा रहा है। पूरे परिसर को सेनेटाइज किया जा रहा है। बाहर से, खासकर विदेशों से आनेवाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टॉफ की नियुक्ति की गई है। प्रत्येक यात्री के हाथों को विमान से उतरते ही सेनिटाइज किया जा रहा है। विमानतल पर तैनात स्टॉफ को मास्क भी बांटे गए हैं।अभी तक एक भी यात्री कोरोना के लक्षणों से पीड़ित नहीं पाया गया है।
250 बिस्तरों का आइसोलेशन वार्ड।
सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के खतरे से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए हैं। संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रखने के लिए 250 बिस्तर तैयार रखे गए हैं। 150 बिस्तर के एक निजी अस्पताल को भी कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर हज हाउस में 500 बिस्तर लगाने के इंतजाम भी किये जा सकते हैं।डॉ. जड़िया ने बताया कि जिला व तहसील स्तर पर कोरोना से बचाव और सावधानी बरतने के उपायों से लोगों को जागरूक करने हेतु टीमें गठित की गई हैं। जरूरत पड़ने पर नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं की मदद भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी और आयुर्वदिक डॉक्टरों की मदद भी कोरोना के संदिग्धों के इलाज में ली जाएगी। मास्क और दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक होने की बात भी उन्होंने कही।
सभी को मास्क लगाने की जरूरत नहीं।
मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल ने बैठक में कहा कि आम लोगों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। केवल वे ही मास्क लगाएं जो सर्दी- जुकाम से पीड़ित हैं। उन्होंने बताया कि अभीतक 45 कोरोना संदिग्ध (सर्दी- जुकाम पीड़ित) मरीज अस्पताल आए हैं। जिनमें से 13 को एडमिट किया गया है। 14 मरीजों के सैम्पल जांच हेतु भेजे गए। इनमें से 12 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 2 की आना शेष है।
एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि पूरे अस्पताल में स्वच्छता का खास ध्यान रखा जा रहा है। डॉक्टर्स व स्टॉफ को मास्क दिए गए हैं। सर्दी- जुकाम से पीड़ित मरीजों को रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रखने का इंतजाम किया गया है।
अभी तक कोई भी मरीज पॉजिटिव नहीं।
जिला प्रशासन की ओर से बैठक में मौजूद एडीएम ने बताया कि अभी तक इंदौर जिले में कोरोना पॉजिटिव एक भी मरीज नहीं पाया गया है। कोरोना से बचाव हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। तमाम स्कूल- कॉलेज और सिनेमाघर आगामी आदेश तक बंद कर दिए गए हैं। सार्वजनिक रूप से किये जाने वाले आयोजनों को दी गई अनुमतियाँ निरस्त कर दी गईं हैं। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वे भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे।अपने हाथों को बार- बार धोते रहें।
रेलवे स्टेशन और ट्रेनों को किया जा रहा सेनेटाइज।
बैठक में मौजूद रेलवे प्रतिनिधि ने बताया कि रतलाम मण्डल के तहत आनेवाले सभी स्टेशनों को सेनिटाइज किया जा रहा है। ट्रेन के प्रत्येक कोच व टॉयलेट्स को सेनिटाइज करने के लिए सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं। एसी कोच में ऐहतियात के बतौर खिड़कियों से पर्दे हटाए जा रहे हैं।वहीं कम्बल भी अब नहीं दिए जाएंगे। यात्रियों को कोरोना के संक्रमण से बचने हेतु जागरूक करने संबंधी पोस्टर ट्रेनों और स्टेशनों पर लगाने की बात भी रेलवे प्रतिनिधि ने कही।
निगमायुक्त आशीष सिंह ने कोरोना से बचाव हेतु नगर निगम द्वारा किये गए इंतजामों की जानकारी दी।
निजी बसों में भी किये जाएं बचाव के इंतजाम।
बैठक में मौजूद निजी बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को सांसद शंकर लालवानी ने निर्देशित किया कि वे बसों को सेनिटाइज करने के साथ संक्रमण रोकने के अन्य उपाय करें। उन्होंने इस मामले में बस, सिटी वैन, मैजिक और अन्य लोक वाहन संचालको के संगठनों की अलग से बैठक बुलाकर उन्हें हिदायत देने के निर्देश भी यातायात पुलिस, आरटीओ और निगम कमिश्नर को दिए।
फंड की नहीं आने दी जाएगी कमीं।
बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैलता है। केंद्र सरकार ने भी इसको राष्ट्रीय आपदा घोषित किया है। इंदौर जैसे घनी बसाहट वाले शहर में समय रहते इसकी रोकथाम करने और अभी तक किये गए उपायों की समीक्षा
हेतु ये बैठक बुलाई गई थी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए हरसंभव उपाय करें। उन्होंने कहा कि जिम, तरणताल, मेले, वाटर पार्क और अन्य भीड़ भरे स्थानों पर लोगों को एकत्र होने से रोकने के प्रयास करने हेतु भी कहा गया है। सांसद लालवानी ने कहा कि कोरोना के खतरे से निपटने में फण्ड की कमीं नहीं आने दी जाएगी। अस्पतालों में जो भी आवश्यक सामग्री की जरूरत होगी, तुरन्त मुहैया करवाई जाएगी। जरूरी होने पर वे सांसद निधि से भी फंड उपलब्ध कराएंगे। सांसद लालवानी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे घबराए नहीं, केवल सावधानी बरतें।