इंदौर : हाल ही में बारिश और ओलावृष्टि का प्रकोप झेलने के बाद मप्र के बाशिंदे शीतलहर का सामना कर रहे हैं। प्रदेश के कई जिले कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। इंदौर में बर्फीली हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। हवा के तेवर देखकर कुछ ऐसे हैं कि बचाव के तमाम उपाय नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं। तापमान में भारी गिरावट के साथ कोहरा भी छाने से हवाई यातायात पर मामूली असर पड़ा। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी मंगलवार को कम रही ।
सर्द हवाओं से निपटने के तमाम प्रयास रहे नाकाफी।
सोमवार को आसमान साफ होने और सूरज की प्रखरता ने इंदौर वासियों को राहत प्रदान की थी लेकिन रात होते- होते ठंडी हवाओं ने डेरा जमा लिया। मंगलवार की सुबह सोकर उठे लोगों का स्वागत सर्द हवाओं ने किया। ऐसे में कई लोगों ने घर पर रजाई में दुबके रहने में ही भलाई समझी। जिन्हें कामकाज के लिए जाना जरूरी था वे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों से लदकर निकले लेकिन उनके ये साधन भी नाकाफी सिद्ध हुए। सर्द हवाओं का जोर कुछ ऐसा था कि पूरे समय लोग ठिठुरते- कंपकंपाते रहे। लोगों को उम्मीद थी कि सूर्यदेवता अपना तेज बिखेरकर उन्हें राहत पहुंचाएंगे पर उन्होंने भी दगा दे दिया। अलाव जलाकर और चाय की चुस्कियों के साथ लोग बर्फीली हवाओं का सामना करने का असफल प्रयास करते रहे।
मौसम का सबसे ठंडा दिन।
उत्तरीय हवाओं की दबंगई के आगे पारे ने भी हार मान ली। उसने कुछ ऐसा गोता लगाया कि अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम 5 से 6 डिग्री तक पहुंच गया। यह इस मौसम का अबतक का सबसे ठंडा दिन रहा कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से हवाई यातायात पर मामूली असर पड़ा।
अगले कुछ दिनों तक रहेगा ठंड का प्रकोप।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी और हवा का रुख उत्तरीय होने से इंदौर सहित मप्र के कई क्षेत्रों में शीतलहर चल रही है। हवा के रुख को देखते हुए अगले कुछ दिनों तक लोगों को ठंड का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। इस दौरान तापमान में गिरावट का दौर जारी रहने की संभावना है।