दिल्ली: दाऊदी बोहरा समाज मे नाबालिग लड़कियों के खतना किये जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल खड़े किए हैं ।इस प्रथा पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर याचिका पर सोमवार को सुनवाई के दौरान sc ने कहा कि महिलाओं का जीवन केवल शादी और पति के लिए नहीं होता ।उनका खतना केवल इसलिए नहीं किया जा सकता कि उन्हें शादी करनी है ।कोर्ट ने कहा कि इसतरह की प्रथा महिलाओं के निजता के अधिकार का भी उल्लंघन करती है ।आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने भी याचिका का समर्थन करते हुए खतना प्रथा को बैन करने पर सहमति जताई है ।
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