नगर निगम ने मूर्तियों के एकत्रीकरण के लिए किए थे विशेष इंतजाम।
इंदौर : दस दिनों तक भक्तिभाव के साथ आराधना करने के बाद घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक पांडालों में विराजित विघ्नहर्ता श्री गणेश को भरे मन से विदाई दी गई। इस दौरान ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ का जयकारा गूंजता रहा।
मिट्टी की गणेश मूर्तियों का घरों में ही किया विसर्जन।
ज्यादातर लोगों ने घरों में पर्यावरण हितैषी मिट्टी की मूर्तियों की स्थापना की थी। इसके चलते दस दिवसीय गणेशोत्सव के समापन पर विधिवत पूजन व आरती के बाद इन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन घरों में ही पानी से भरी बाल्टियों में किया गया। दफ्तरों और सार्वजनिक पांडालों में स्थापित अधिकांश मूर्तियां पीओपी की होने से आयोजकों ने विधिवत पूजा – अर्चना के बाद गाजे – बाजे के साथ उन्हें नगर निगम द्वारा निर्धारित स्थानों पर विसर्जन के लिए रखवाया।
नगर – निगम ने किए विशेष इंतजाम।
इंदौर नगर निगम ने गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विशेष इंतजाम किए थे। जगह – जगह टेंट लगाकर श्री गणेश की मूर्तियां एकत्रित की गई। यहां पानी से भरे कुंड भी रखे गए थे जिनमें मिट्टी की छोटी मूर्तियों का विसर्जन किया गया। शेष मूर्तियों को विधिविधान के साथ जवाहर टेकरी खदान के डबरे में विसर्जित किया जाएगा।
पूर्व विधायक अश्विन जोशी ने राजवाड़ा पर एकत्रित की मूर्तियां।
पूर्व विधायक अश्विन जोशी व उनके साथियों ने प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी राजवाड़ा चौक में टेंट लगाकर गणपति की मूर्तियां एकत्रित की। लोगों ने पूजा – अर्चना के बाद विसर्जन के लिए श्री गणेश की मूर्तियां यहां लाकर रख दी। ये मूर्तियां एक बड़े वाहन में रखकर ले जाई जाएंगी और पवित्र नदियों में उनका विसर्जन किया जाएगा।